जिले में 8110 बच्चे जुड़े हैं पुराने पोर्टल पर राज्य सरकार ने हाल ही में पालनहार योजना को बॉयोमेट्रिक मशीन से जोडने के आदेश जारी किए हैं। जिसमें योजना से जुड़े सभी पालनहारों को भौतिक सत्यापन करवाना अनिवार्य है। सत्यापन होने के बाद पात्र व्यक्ति अब सिंगल साइन ऑन पोर्टल (एसएसओ) से आवेदन कर सकेंगे। विभाग ने योजना में पात्र व्यक्तियों के सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन सत्याापन का कार्य धीमीगति से चल रहा है। इसके चलते मात्र ढाई हजार पालनहारों का डाटा ही अपडेट किया जा सका है।
देना होगा अध्ययन प्रमाण पत्र पालनहार योजना से जुड़े पालनहारों का भुगतान पूर्व में एसजेएमएस पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा था। अब इन सभी पालनहारों को नए पोर्टल एसएसओ पर अपना डाटा अपडेट करवाना होगा। इसके बाद ही पालनहारों को भुगतान किया जा सकेगा। पूर्व में एसजेएमएस पोर्टल पर लाभान्वित हो रहे पालनहारों जिनका 2016-17 तक का भुगतान नहीं हुआ है वे अपने चालू बैंक खाते की प्रति, विद्यालय या आंगनवाड़ी केन्द्र पर अध्ययनरत प्रमाण पत्र सहित अन्य सम्बंधित दस्तावेज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग करवाएं। निर्धारित समय में सम्बंधित दस्तावेज नहीं मिलने पर भुगतान नहीं किया जा सकेगा। इसके अलावा नए पोर्टल एसएसओ पर आवदेन के लिए भामाशाह कार्ड, बच्चे का या पालनहार का आधार कार्ड, राशनकार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र, परिचय पत्र, बैंक पास बुक की छाया प्रति, स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्र का प्रमाण पत्र, अध्ययनरत प्रमाण पत्र के साथ बच्चों के साथ नजदीकी ई-मित्र पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा जिन पालनहारों के बच्चे निजी स्कूल में अध्ययन कर रहे हैं। उन पालनहारों को विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के मोबाइल नंबर साथ लाना अनिवार्य है।
दस्तावेज जमा करवाने होंगे
अब तक करीब 2500 से अधिक पालनहारों को एसएसओ पर अपडेट (बायोमेट्रिक सत्यापन) किया जा चुका है। पालनहारों को एसएसओ पर अपडेट को लेकर विभिन्न माध्यमों से सूचना दी गई। जिन पालनहारों को वर्ष 2016-17 का भुगतान नहीं हुआ है। उन्हें 20 नवम्बर तक आवश्यक दस्तावेज जमा करवाने होंगे।
पिंकी गौड़वाल, सहायक निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, नागौर