नागौरPublished: Oct 04, 2019 08:00:45 pm
Suresh Vyas
अंधड़ व बारिश के साथ गिरे निम्बू आकार के ओले
Kuchera News
कुचेरा. सहित आस पास के क्षेत्र में गुरूवार मध्यरात्रि बाद बर्बादी ने किसानों के साथ जमकर ताण्डव खेला। गुरूवार शाम को तेज अंधड़ के बाद बारिश हुई। मगर मध्यरात्रि बाद एक बजे करीब तेज अंधड़ के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों का सबकुछ नष्ट कर दिया। तेज अंधड़ व ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी बाजरे, ज्वार व ग्वार की पकी पफसल धराशायी हो गई, वहीं खेतों में पानी भर जाने से मूंग की कटी व खड़ी फसल डूब गई। मूण्डवा तहसील के कुचेरा, गाजू, फिरोजपूरा, छीलरा, डेगाना तहसील के आकेली बी, बच्छवारी, दुधड़ास, भादवासी, बुटाटी, सिंधलास, पुनास, चकढाणी, बिचपुड़ी, राजोद, खारीया कलां, खारीया खुर्द, खारीयावास, खींयांस, करा सोडा, नैणास, चैलियास, ईग्यासनी, सूर्यनगर, विष्णुनगर, जायल तहसील के लूणसरा, भावला, रूपाथल, अड़वड़, ईग्यार आदि गांवों में ओलावृष्टि व अंधड़ के कारण किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गयी। वहीं कुचेरा, गाजू, बुटाटी, देशवाल, छापरी, छीलरा, बच्छवारी, आकेली बी, पुनास, भावला, करा सोडा, खींयांस आदि गांवों के सिंचित क्षेत्र में बोई गई कपास की फसल भी तेज अंधड़ व ओलावृष्टि के कारण खराब हो गई।
मुआवजे की मांग
कुचेरा सहित मूण्डवा, जायल व डेगाना तहसील क्षेत्र के गांवों में गुरूवार रात्रि हुए फसल खराबे के कारण किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। किसानों व विभिन्न संगठनों ने सरकार से फसल खराबे का आंकलन कराकर मुआवजा दिलाने की मांग की है।
नहीं मिला था फसली ऋण
क्षेत्र के किसानों को इस बार सहकारी समितियों से फसली ऋण भी नहीं मिला था। ऋण नहीं मिलने से उन्होनें साहुकारों से रूपये उधार लेकर खेती की, मगर फसलें खराब होने से उधार लौटाना व घर खर्च चालाना मुश्किल हो गया है।