scriptवारदात के बाद दूसरी बाइक वाले से मुलाकात ने पहुंचा दिया हवालात | After the incident, meeting with another biker led to lock-up | Patrika News

वारदात के बाद दूसरी बाइक वाले से मुलाकात ने पहुंचा दिया हवालात

locationनागौरPublished: May 06, 2022 09:54:07 pm

Submitted by:

Sandeep Pandey

नागौर. करीब सत्रह दिन पहले कांगरवाड़ा में मूंग के कारोबारी रवीन्द्र गौड का नौ लाख रुपए से भरा थैला ले जाने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने बापर्दा गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में शामिल एक और को भी चिन्हित किया गया है। वो नाबालिग है या नहीं, इस पर जांच चल रही है। आरोपी दस दिन से कारोबारी की रैकी कर रहे थे। आरोपी वारदात के बाद चोरी की बाइक छोडक़र यहां से कार टैक्सी किराए कर सालासर बालाजी और फिर बाद में पाली भी गए थे। वारदात के पीछे और कौन-कौन शामिल है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। आरोपियों के पास से

तीन आरोपी गिरफ्तार, चौथा चिन्हित

गत 18 अप्रेल को मूंग के कारोबारी से नौ लाख रुपए से भरे थैला ले जाने के मामले का खुलासा

एसपी राममूर्ति जोशी ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि वारदात का खुलासा करने के लिए ढाई सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया, साथ ही 27 हजार मोबाइल नंबरों का विश्लेषण किया गया। रवीन्द्र गौड ने 18 अप्रेल को कॉलेज रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा से नौ लाख रुपए निकाल थे। इसके बाद चेक क्लीयरेंस के लिए गांधी चौक स्थित एचडीएफसी बैंक गया। यहां कांगरवाड़ा में उसके नोटों से भरा थैला लेकर बाइक सवार भाग छूटे। इसके बाद एएसपी राजेश मीना व सीओ विनोद कुमार सीपा के सुपरविजन में कोतवाली सीआई बृजेंद्र सिंह के नेतृत्व में आरोपियों को पकडऩे के लिए टीम गठित की गई।
तलाशती रही सुराग, फंसा रहा पेंच

एसपी जोशी ने बताया कि हैड कांस्टेबल कमलेश, रामकैलाश, कांस्टेबल भंवरालाल, प्रेमराज, रामनिवास, मूलाराम, श्यामसुंदर गौड, पूनाराम, माधाराम समेत अन्य की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ मोबाइल नंबरों की तहकीकात की गई, लेकिन सुराग नहीं मिल रहा था। संदिग्धों को पकडक़र पूछताछ भी हुई पर कुछ हाथ नहीं आता देख फिर से सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। कोतवाली के कांस्टेबल प्रेमराज ने दो-ढाई सैकण्ड के एक फुटेज का बारीकी से अवलोकन कर सबका ध्यान उस पर केन्द्रित करवाया।
दूसरे बाइक सवार से खुले राज, काली टी-शर्ट वाला भी आरोपी

असल में बैग ले जाने वाले दोनों आरोपियों के चेहरे पर कपड़ा था तो पीछे भागने वाले काली टी-शर्ट वाले का भी पता नहीं चल रहा था, तभी सीसीटीवी में एक जगह बैग ले जाने वाले बदमाश एक मोटरसाइकिल वाले से बात करते दिखे। इस फुटेज पर मशक्कत शुरू हुई तो कड़ी खुलती गई।
टूटी नंबर प्लेट, जैसे जोड़-तोड़ कर पकड़ा

अब इस बाइक वाले की तलाश शुरू की गई, लेकिन मुंह पर कपड़ा बांधे, इस बाइक के नंबर प्लेट में भी गड़बड़ी थी। सीआई बृजेंद्र सिंह समेत अन्य ने दौड़-धूप कर परिवहन कार्यालय के जरिए असली नंबर का पताकर बाइक चालक को धर-दबोचा। ये भी वारदात में शामिल था। काली-टी शर्ट वाला भी चिन्हित कर लिया गया है, उम्र का खुलासा होने पर आगे कानूनी सम्मत कार्यवाही होगी।
लूट का मकसद, नए हैं तो कौन पकड़ेगाएएसपी राजेश मीना ने बताया कि इन आरोपियों का मकसद लूट का था। ये दो महीने से किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की कोशिश कर रहे थे। इसके लिए नागौर शहर में बैंकों में होते लेन-देन वालों की टोह लेते रहे। इसके लिए छह-सात को इन्होंने चिन्हित भी किया। इसमें कारोबारी रवीन्द्र गौड को शिकार बनाना आसान लगा। गौड हर दूसरे-तीसरे दिन बैंक आता था, कोई साथ में भी नहीं होता, इसलिए उसकी दस दिन की रैकी के बाद वारदात कर डाली। सीओ विनोद कुमार सीपा ने बताया कि वारदात के बाद लावारिस मिली बाइक दो माह पूर्व इन्होंने चुराई थी। इसे वहां पटक कर ये टैक्सी कार से सालासर और फिर पाली गए। इनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड अभी तक नहीं मिला है, पहली वारदात के बाद इनको खुद के पकड़े जाने की कोई उम्मीद नहीं थी। इसलिए वे बीच-बीच में घर आते रहे। लूट और मौज-मस्ती के उद्देश्य से ही इन्होंने वारदात की।
एक मैकेनिक तो एक पोस्ट ग्रेजुएट

गिरफ्तार तीनों भार्गव मोहल्ले के रहने वाले हैं, इनमें एक मैकेनिक है। शेष में से एक आरोपी पोस्ट ग्रेजुएट है तो दूसरे ने सीनियर सैकेण्डरी की परीक्षा दी थी। चौथा भी यहीं का है। नौ लाख की रकम में कुछ घूमने-फिरने, कपड़े पर खर्च किए तो एक ने इसमें से कुछ रकम मकान के मरम्मत कार्य पर खर्च की। बताया जाता है कि वारदात के खुलासे के लिए दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की गई, इनमें से एक ने तो बेकसूर होते हुए ही खुद को कसूरवार बता दिया, बाद में जब रकम के बारे में पूछा तो झूठ पकड़ा गया। कई बार डर के मारे भी ऐसा हो जाता है।
प्रेमराज को पांच हजार का पुरस्कार

एसपी जोशी ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के साथ वारदात के खुलासे में महत्वपूर्ण भूमिका निभागने वाले कांस्टेबल प्रेमराज को पांच हजार रुपए का इनाम दिया। जोशी ने कहा कि सहयोगी टीम के अन्य सदस्यों को भी प्रथक से पुरस्कृत किया जाएगा।

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