VIDEO...अघोषित कटौती से बिजली वितरण व्यवस्था पटरी से उतरी |
जलदाय विभाग के अनुसार नहर बंदी विगत 19 अप्रैल से 19 तक होनी थी, लेकिन पंजाब में नहरी कटाव के कारण बनी संकट की स्थिति के चलते नहर बंदी पांच दिन और बढ़ गई थी। इससे कुल मिलाकर 65 दिनों की नहर बंदी हो गई। नहर बंदी की वजह से जिले में भी जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई। पानी की अनुपलब्धता को देखते हुए जलदाय विभाग की ओर से विशेष योजना बनी। योजना के तहत रविवार को वाटर हालीडे घोषित कर कर दिया गया। ताकी सभी डिवीजनों में रोस्टर के हिसाब से जलापूर्ति की जा सके। हालांकि इन दिनों भी जलापूर्ति के लिए मिलने वाले पानी की आपूर्ति मात्रा 200 एमएलडी से ज्यादा की रही। फिर भी व्यवस्थाओं को बनाए रखने में विभाग को पसीना आ गया। विभाग की ओर से पहले से स्टोर किए गए जलापूर्ति करने सरीखी तमाम कोशिशों के बाद भी जिले के शहर एवं गांवों में जल संकट कई जगहों पर बना रहा। अधिकारियों का कहना है कि अब यह स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। उपभोक्ताओं को जलापूर्ति प्रतिदिन की जाएगी।
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टेंकर्स जल परिवहन से संभाली व्यवस्था
जलदाय विभाग की ओर से जिले के गांवों में योजना के तहत सर्वाधिक अभावग्रस्त माने जाने वाले क्षेत्रों में ही टैंकर से जल परिवहन की व्यवस्था नहर बंदी के दौरान बनी थी। इन गांवों का चिह्निकरण कर कुल 77 टैंकर से जलापूर्ति नहर बंदी के दौरान की गई, और अभी की जा रही है। प्रतिदिन टैंकर से 317 फेरा गांवों में प्रतिदिन लगाकर पानी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा जिले पांच शहरों में भी जल संकट की स्थिति गंभीर होने पर नावां, कुचामन, कुचेरा, लाडनू एवं डीडवाना के लिए जल परिवहन करने के लिए यहां पर 18 टैंकर लगाए गए। इन 18 टैंकर से रोजाना 109 फेरे लग रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल यह व्यवस्था प्रभावी रहेगी।
अब पानी चोरों के खिलाफ तेज होगा अभियान
जलदाय विभाग के अनुसार बड़ी मुख्य लाइनों पर अवैध कनेक्शनों के स्थिति की जांच की जा रही है। इसके खिलाफ कार्रवाई के लिए टीम भी बनाई गई है। यह टीम जलापूर्ति व्यवस्थाओं पर नजर रखने के साथ ही अवैध कनेक्शनों को भी काटे जाने का काम करेगी। अब तक अकेले नागौर खंड अभियंता क्षेत्र में ऐसे दर्जन भर कनेक्शन काटे जा चुके हैं। अन्य की जांच की जा रही है। पहली प्राथमिकता बड़ी मुख्य लाइनों में लगे अवैध कनेक्शनों को हटाने की है। इस पर काम किया जा रहा है। जल्द ही छोटी लाइनों की जांच कर भी कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी।
इनका कहना है...
पंजाब से छोड़ा गया नहरी पानी नोखादेया पहुंच गया है। अब जलापूर्ति व्यवस्था जल्द ही सुव्यवस्थित कर दी जाएगी। इसके लिए विभाग के अधिकारी जुट गए हैं। अब पानी की आपूर्ति लगभग रोजाना ही की जाएगी।
हिमांशू गोविल, अधीक्षण अभियंता जलदाय विभाग नागौर