नागौरPublished: Jan 25, 2018 06:47:05 pm
Dharmendra gaur
डीडवाना, लाडनूं व परबतसर कस्बे रहे बंद
डीडवाना में रैली निकालते करणी सेना व अन्य संगठनों के कार्यकर्ता।
डीडवाना. पद्मावत फिल्म के विरोध में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के आह्वान पर गुरुवार को डीडवाना बंद सफल रहा। इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, राजस्थान ब्राह्मण महासभा, शिव सेना व व्यापारिक संगठनों ने बंद को समर्थन दिया। सभी बाजार पूर्णतया बंद रहे। दवाई व आवश्यक सामान की दुकानें भी बंद रही। फल-सब्जी व चाय-पान की थडिय़ां भी बंद रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई। शहर के सदर बाजार, रॉयल मार्केट, गुदड़ी बाजार, ईदगाह बाजार, महावीर मार्केट, स्टेशन रोड़, कुचामन रोड़, नागौर रोड़ सहित सभी बाजारों की दुकानों पर पूरे दिन ताले लटके रहे। बाजारों में सूनापन छाया रहा। दुकानदार दुकानों के बाहर बैठे बतियाते रहे।
शहर में निकाली रैली, नारेबाजी की
बंद के दौरान कार्यकर्ताओं ने शहर में रैली निकाली। रैली बस स्टैंड, स्टेशन रोड़, अशोक पार्क, नागौरी गेट, सदर बाजार, चौखण्डिया भैरूजी होते हुए पुन: बस स्टैंड पहुंची। रैली में कार्यकर्ता फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली के खिलाफ नारेबाजी करते चल रहे थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, पुलिस-प्रशासन विरोधी नारे भी लगाए।
इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
इस मौके पर करणी सेना के जिलाध्यक्ष रणवीर सिंह , तहसील अध्यक्ष मनमोहन सिंह , महासचिव महिपाल सिंह, विहिप के जिलाध्यक्ष महावीर चतुर्वेदी, ब्राह्मण महासभा के प्रदेश महामंत्री ब्रह्मदेव शर्मा आदि मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पद्मावत फिल्म के जरिए फिल्म निर्माता ने ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर हिन्दू धर्म को अपमानित करने का षडय़ंत्र रचा है। भंसाली ने इस फिल्म में रानी पद्मावती का गलत ढंग से चित्रण किया है। जिससे सम्पूर्ण राजपूत समाज व हिन्दू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में अनेक संगठन इस फिल्म का विरोध करते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद इस फिल्म पर रोक नहीं लगाकर समाज की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है।
जगह-जगह पुलिस तैनात
मामले की गंभीरता को देखते हुए शांति व कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस व प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। पुलिस वृत निरीक्षक जितेन्द्र सिंह चारण के नेतृत्व में अनेक पुलिसकर्मी विभिन्न स्थानों पर तैनात रहे। पुलिस के अधिकारी बाजारों में गश्त करते रहे।