इतनी बड़ी लापरवाही पहले नहीं देखी परीक्षार्थी डॉ. जाखड़ ने बताया कि अमूमन प्रश्न पत्रों में अपवाद रूप त्रुटि हो जाती है, लेकिन इस प्रकार की इतनी बड़ी लापरवाही कम ही देखने को मिलती है। परीक्षार्थियों के लिए संकट यह है कि परीक्षक किस प्रकार अंक निर्धारित करेंगे। उन्होंने इस लापरवाही को लेकर मिर्ध कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. महेन्द्रसिंहराठौड़ के माध्यम से विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेजकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई तथा बोनस अंक देने की मांग की।
प्रश्न पत्र में लिखा था, हर यूनिट से एक प्रश्न करना है सोमवार को आयोजित हुए एलएलबी प्रथम वर्ष के नवें पेपर में जो दिशा-निर्देश दिए गए, उनमें लिखा था कि प्रश्न पत्र में प्रत्येक यूनिट से 2 प्रश्न व कुल 10 प्रश्न हैं। परीक्षार्थी अनिवार्य रूप से प्रत्येक यूनिट में से एक प्रश्न का चयन करते हुए कुल 5 प्रश्नों के उत्तर दें, लेकिन पेपर में यूनिट एक व यूनिट दो के बाद प्रश्न ही नहीं थे, इससे परीक्षार्थी एक घंटे में पेपर देकर बाहर आ गए। परीक्षार्थियों ने बताया कि दूसरी यूनिट से भी दो की जगह एक प्रश्न था।
विवि को अवगत करवा दिया है हां, यह सही है कि नवें पेपर में केवल दो यूनिट से तीन प्रश्न ही थे, शेष्ज्ञ तीन यूनिट से कोई प्रश्न नहीं था। ऐसा पूरे राजस्थान में हुआ है, जिसकी जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन को दे दी। उम्मीद है विद्यार्थी हित में निर्णय लिया जाएगा।
– हर्ष इनाणियां, प्राचार्य, विधि कॉलोज, नागौर