जिले में ऑक्सीजन व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए जेएलएन अस्पताल परिसर में कलक्टर सोनी व अंबुजा की टीम की देखरेख में प्लांट का निर्माण कार्य शुरू किया गया। अंबुजा सीमेन्ट फाउन्डेशन के इंजीनियर विजय सिंह चौहान ने बताया कि इस प्लांट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है और आगामी दिनों में निर्माण कार्य में तेजी लाकर शीघ्र ही ऑक्सीजन निर्माण व ऑक्सीजन सिलेण्डर का रिफिलिंग कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अंबुजा ने जेएलएन परिसर में प्रस्तावित ऑक्सीजन पार्क को विकसित करने का जिम्मा लिया है।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि राज्य सरकार की कोरोना मरीजों की देख-रेख संबंधी नई गाइडलाइन के अनुसार जहां तक संभव हो, अस्पताल में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीज के साथ कोई भी अटेंडेंट नहीं जाएं और आवश्यकता होने पर केवल एक ही व्यक्ति को अनुमत किया जाएगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा अटेंडेंट को एक पास जारी किया जाएगा तथा अटेंडेंट की सूचना नाम, पता व मोबाइल नम्बर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि कोविड मरीजों के साथ आने वाले अटेंडेंट जाने-अनजाने में कोरोना संक्रमण फैला सकते हैं, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से सीक्यूएएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से अटेंडेंट के मूवमेंट की निगरानी की जाएगी। साथ ही अटेंडेंट को 15 दिन के लिए अपने परिवार से आइसोलेट कर होम क्वारंटीन करना भी अनिवार्य किया गया है।
लोगों को जागरूक करने की अपील
कलक्टर डॉ. सोनी ने कहा कि कोरोना से स्वस्थ होने वाले लोग अपनी प्रबल इच्छाशक्ति और चिकित्सकों के सहयोग से इस बीमारी को हराने में कामयाब हुए है। साथ ही उन्होंने ठीक होने वाले लोगों से अपील कि, वे अन्य लोगों को भी इस महामारी से बचने के लिए जरूरी सावधानियां बताकर जागरूक करते रहें। डॉ. सोनी ने अस्पताल की स्वच्छता और सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए सभी वार्डों में कचरा पात्र रखने के निर्देश दिए।
कलक्टर डॉ. सोनी ने कहा कि कोरोना से स्वस्थ होने वाले लोग अपनी प्रबल इच्छाशक्ति और चिकित्सकों के सहयोग से इस बीमारी को हराने में कामयाब हुए है। साथ ही उन्होंने ठीक होने वाले लोगों से अपील कि, वे अन्य लोगों को भी इस महामारी से बचने के लिए जरूरी सावधानियां बताकर जागरूक करते रहें। डॉ. सोनी ने अस्पताल की स्वच्छता और सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए सभी वार्डों में कचरा पात्र रखने के निर्देश दिए।
मानवता की मिसाल: एमडीएस विवि ने जिले को ऑक्सीजन कंसंटे्रटर खरीदने के लिए दी 20 लाख की सहायता
नागौर. जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा जिले को ऑक्सीजन की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने और स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन प्राणवायु अभियान’ के अन्तर्गत किए जा रहे प्रयास निरंतर रंग ला रहे हैं।
जिले में ऑक्सीजन मांग की आपूर्ति को पूरा करने के लिए जिला कलक्टर द्वारा किए जा रहे सतत प्रयासों की कड़ी में सहायता का एक और हाथ आगे बढ़ा है। जिला ऑक्सीजन कमेटी के सदस्य विपोन मेहता ने बताया कि महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के कुलपति ओम थानवी एवं रजिस्ट्रार भागीरथ सोनी द्वारा कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लडऩे और जिले की ऑक्सीजन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जिला प्रशासन को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीदने के लिए 20 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई है।
जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाएं व्यापक पैमाने पर दक्षतापूर्वक उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं की मांग व आपूर्ति शृंखला प्रबंधन को मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत अस्पतालों में ऑक्सीजन व्यवस्था मजबूत करने के लिए भामाशाह, समाज सेवी संस्थाओं व जनप्रतिनिधियों से आर्थिक सहयोग प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिला प्रशासन इस कार्य में सफल भी रहा है।
नागौर. जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा जिले को ऑक्सीजन की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने और स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन प्राणवायु अभियान’ के अन्तर्गत किए जा रहे प्रयास निरंतर रंग ला रहे हैं।
जिले में ऑक्सीजन मांग की आपूर्ति को पूरा करने के लिए जिला कलक्टर द्वारा किए जा रहे सतत प्रयासों की कड़ी में सहायता का एक और हाथ आगे बढ़ा है। जिला ऑक्सीजन कमेटी के सदस्य विपोन मेहता ने बताया कि महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के कुलपति ओम थानवी एवं रजिस्ट्रार भागीरथ सोनी द्वारा कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लडऩे और जिले की ऑक्सीजन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जिला प्रशासन को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीदने के लिए 20 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई है।
जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाएं व्यापक पैमाने पर दक्षतापूर्वक उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं की मांग व आपूर्ति शृंखला प्रबंधन को मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत अस्पतालों में ऑक्सीजन व्यवस्था मजबूत करने के लिए भामाशाह, समाज सेवी संस्थाओं व जनप्रतिनिधियों से आर्थिक सहयोग प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिला प्रशासन इस कार्य में सफल भी रहा है।