थानाधिकारी ने पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया
टीम ने आसपास के लोगों से भी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान लाडनूं थानाधिकारी भजन लाल ने भी सीबीआई की टीम को उस दिन रेलवे स्टेशन पर हुए पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया। इस मौके पर एएसपी श्रीमन लाल मीणा, जसवंतगढ़ थानाधिकारी कैलाश बिश्नोई भी मौजूद थे। बाद में सीबीआई टीम डीडवाना पहुंची।
टीम ने आसपास के लोगों से भी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान लाडनूं थानाधिकारी भजन लाल ने भी सीबीआई की टीम को उस दिन रेलवे स्टेशन पर हुए पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया। इस मौके पर एएसपी श्रीमन लाल मीणा, जसवंतगढ़ थानाधिकारी कैलाश बिश्नोई भी मौजूद थे। बाद में सीबीआई टीम डीडवाना पहुंची।
मालूम हाे कि हाल ही में सीबीआर्इ मामले की जांच के लिए इससे पहले भी आनंदपाल के गांव सांवराद पहुंची थी। 15 सदस्यीय सीबीआई टीम के साथ डीडवाना एएसपी श्रीमनलाल मीणा, वृत्ताधिकारी दीपक यादव, लाडनूं थानाधिकारी भजनलाल सहित पुलिस जाप्ता रहा।
इस दौरान इससे पहले टीम ने एनकाउंटर स्थल चूरू के रतनगढ़ स्थित मालासर गांव में श्रवणसिंह के घर का मौका देखा था। सीबीआई की टीम ने पुलिस लाइन स्थित डीवाईएसपी कार्यालय के एक कमरे में अपना अस्थाई कार्यालय भी बना लिया है। कमरे के पास सीबीआई के कर्मचारी व पुलिसकर्मी भी तैनात कर दिए गए हैं। कमरे के आस-पास किसी को फटकने तक नहीं दिया जा रहा है।
24 जून 2017 को मालासर में हुआ था आनंदपाल का एनकाउंटर
24 जून 2017 को मालासर में श्रवणसिंह राजपूत के घर आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ था। एनकाउंटर के बाद बाद परिजन एवं समाज के लोगों ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर 18 दिन आंदोलन किया।
24 जून 2017 को मालासर में श्रवणसिंह राजपूत के घर आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ था। एनकाउंटर के बाद बाद परिजन एवं समाज के लोगों ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर 18 दिन आंदोलन किया।
आंदोलन के दौरान 12 जुलाई को सांवराद में आयोजित शोक सभा के बाद उपद्रवी युवकों ने सांवराद रेलवे स्टेशन पर तोडफ़ोड़ करते हुए पटरियां उखाड़ दी थी। इसको लेकर कई लोगों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए थे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत ने कुछ दिन पहले कहा था कि आनंदपाल एनकाउंटर मामले में सीबीआई की जो जांच शुरू हुई वह निष्पक्ष होनी चाहिए।