दहेज प्रताडऩा के 40 फीसदी मामले झूठे
इसी प्रकार आनन्दपाल सिंह के साथ फरार होने के बाद गिरफ्तार किए गए श्रीवल्लभ को जीवनराम गोदारा हत्याकांड में प्रोडक्शन वारंट के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। जबकि सूरज गुर्जर को सारड़ी गांव के एक प्रकरण में पेश किया गया। इस पेशी के लिए लेडी डॉन अनुराधा को जयपुर जेल से डीडवाना लाया गया। कुलदीप सिंह, हनुमानसिंह, महिपाल सिंह, सोहनसिंह उर्फ सोनू, आजाद सिंह उर्फ भगतसिंह, अजीत पावटा, परवेज अहमद, प्रतापसिंह पांडोराई, गुलजारी, जितेन्द्र सिंह, श्रीवल्लभ को अजमेर जेल से तथा मुकेश उर्फ यूसुफ को नागौर जेल से पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच बख्तरबंद गाडिय़ों में लाया गया। जमानत पर चल रहे मोहनसिंह भी कोर्ट में पेश हुए। हार्डकोर आरोपितों की पेशी को लेकर सोमवार को पुलिस का बड़ा सुरक्षा बंदोबस्त रहा। इसके तहत उपपुलिस अधीक्षक नरसीलाल मीणा व वृत निरीक्षक जितेन्द्र ङ्क्षसह चारण की अगुवाई में पुलिसकर्मियों ने कोर्ट परिसर को छावनी में बदल दिया। कोर्ट परिसर में पुलिस के सशस्त्र कमांडो और जवान तैनात किए गए। इसके अलावा आरोपितों को लाने-ले जाने वाली गाड़ी में भी सशस्त्र पुलिस के जवान और कमांडो भी मौजूद थे।
इसी प्रकार आनन्दपाल सिंह के साथ फरार होने के बाद गिरफ्तार किए गए श्रीवल्लभ को जीवनराम गोदारा हत्याकांड में प्रोडक्शन वारंट के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। जबकि सूरज गुर्जर को सारड़ी गांव के एक प्रकरण में पेश किया गया। इस पेशी के लिए लेडी डॉन अनुराधा को जयपुर जेल से डीडवाना लाया गया। कुलदीप सिंह, हनुमानसिंह, महिपाल सिंह, सोहनसिंह उर्फ सोनू, आजाद सिंह उर्फ भगतसिंह, अजीत पावटा, परवेज अहमद, प्रतापसिंह पांडोराई, गुलजारी, जितेन्द्र सिंह, श्रीवल्लभ को अजमेर जेल से तथा मुकेश उर्फ यूसुफ को नागौर जेल से पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच बख्तरबंद गाडिय़ों में लाया गया। जमानत पर चल रहे मोहनसिंह भी कोर्ट में पेश हुए। हार्डकोर आरोपितों की पेशी को लेकर सोमवार को पुलिस का बड़ा सुरक्षा बंदोबस्त रहा। इसके तहत उपपुलिस अधीक्षक नरसीलाल मीणा व वृत निरीक्षक जितेन्द्र ङ्क्षसह चारण की अगुवाई में पुलिसकर्मियों ने कोर्ट परिसर को छावनी में बदल दिया। कोर्ट परिसर में पुलिस के सशस्त्र कमांडो और जवान तैनात किए गए। इसके अलावा आरोपितों को लाने-ले जाने वाली गाड़ी में भी सशस्त्र पुलिस के जवान और कमांडो भी मौजूद थे।