सूत्रो के मुताबिक जिले के कई थानों में इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं, पुलिस औपचारिकता के तौर पर इन्हें दर्ज तो कर रही है, लेकिन जॉच-पड़ताल के लिए अभी तक कोई लिंक नही मिला है । झारखण्ड का जामताड़ा या फिर हरियाणा/राजस्थान के मेवात से ही इस तरह की ठगी/जालसाजी की आशंका जताई जा रही है। पैसो से उतना नुकसान नहीं हुआ जितना अशलील तस्वीर और गलत मैसेज से छवि को धक्का पहुंचा है।
साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों को समझ नहीं आ रहा कि वो करें तो क्या? कोरोना काल में नागौर जिले के तकरीबन सात हजार लोगों ने अपनी जरुरत के लिए लोन उठाए और ऐप का शिकार हो गए। इन लोगो से लोन चुकाने के बाद भी और रकम मांगी जा रही है, नहीं देने पर उसके मोबाइल की तस्वीरें एडिट करके उन न्यूड तस्वीरों को साइबर ठगी के शिकार लोगों के कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को भेजी जा रही है।
धमकी भरे कॉल फिर ब्लैकमेल:
साइबर ठगी के पीड़ितों ने बताया कि न केवल रिकवरी के लिए कॉल आए, बल्कि उनके फोन की कॉन्टेक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को भी धमकी भरे कॉल आने लगे। साइबर बदमाशों ने उनकी अथवा उनके परिवार के सदस्यों की फोटो को मॉर्फ्ड कर अश्लील बनाया फिर अश्लील तस्वीर पहले उन्हें भेजी गई और बाद में कॉन्टेक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को।
साइबर ठगी के पीड़ितों ने बताया कि न केवल रिकवरी के लिए कॉल आए, बल्कि उनके फोन की कॉन्टेक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को भी धमकी भरे कॉल आने लगे। साइबर बदमाशों ने उनकी अथवा उनके परिवार के सदस्यों की फोटो को मॉर्फ्ड कर अश्लील बनाया फिर अश्लील तस्वीर पहले उन्हें भेजी गई और बाद में कॉन्टेक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को।
जयपुर साइबर थाने की इंस्पेक्टर पूनम चौधरी ने बताया कि साइबर बदमाश आसान कर्ज देने के वादे के साथ पीड़ितों के फोन तक पहुंच बना लेते हैं, जिसके इस्तेमाल से वे न सिर्फ कर्ज लेने वाले को बल्कि उसकी संपर्क सूची के लोगों को भी धमकाते हैं।
कई मामलों में वे व्यक्ति की तस्वीरें और पर्सनल वीडियो प्राप्त करते हैं और अधिक पैसे की मांग करते हुए उन्हें सार्वजनिक कर रहे हैं। कम राशि के चलते आर्थिक रूप से कमजोर लोग शिकायत करने से ही बच रहे हैं। खुद को लोन रिकवरी एजेंट बताने वाले ये लोगों को धमकी देते हैं कि आपने कर्ज लिया है और अगर दो-तीन दिन में पैसे नहीं लौटाए, तो आपकी आपत्तिजनक तस्वीरें वायरल कर दी जाएंगी।
फोटो के ऊपर का हिस्सा व्यक्ति का होता है, नीचे का हिस्सा न्यूड लगाकर उसे कान्टेक्ट लिस्ट में डाला जा रहा है। नागौर में यदि आठ सौ से अधिक मामले लोन से संबंधित है तो कहीं से कोई डाटा लीक होने के बाद ऐसा संभव है। मोबाइल पर ऐप हो या अपनी पर्सनल जानकारी, इसके लिए सतर्क होने की जरुरत है।
कई मामलों में वे व्यक्ति की तस्वीरें और पर्सनल वीडियो प्राप्त करते हैं और अधिक पैसे की मांग करते हुए उन्हें सार्वजनिक कर रहे हैं। कम राशि के चलते आर्थिक रूप से कमजोर लोग शिकायत करने से ही बच रहे हैं। खुद को लोन रिकवरी एजेंट बताने वाले ये लोगों को धमकी देते हैं कि आपने कर्ज लिया है और अगर दो-तीन दिन में पैसे नहीं लौटाए, तो आपकी आपत्तिजनक तस्वीरें वायरल कर दी जाएंगी।
फोटो के ऊपर का हिस्सा व्यक्ति का होता है, नीचे का हिस्सा न्यूड लगाकर उसे कान्टेक्ट लिस्ट में डाला जा रहा है। नागौर में यदि आठ सौ से अधिक मामले लोन से संबंधित है तो कहीं से कोई डाटा लीक होने के बाद ऐसा संभव है। मोबाइल पर ऐप हो या अपनी पर्सनल जानकारी, इसके लिए सतर्क होने की जरुरत है।
विनोद कुमार सीपा, सीओ नागौर
लोन ऐप के जरिए इस तरह के कई मामलों की जानकारी आई है। सावधान रहकर बहकावे में न फंसे, जरा से फायदे के लिए लिंक को क्लिक करना भी घातक हो रहा है। साइबर क्राइम से जुड़े इन मामलों की जॉच-पड़ताल की जा रही है।
लोन ऐप के जरिए इस तरह के कई मामलों की जानकारी आई है। सावधान रहकर बहकावे में न फंसे, जरा से फायदे के लिए लिंक को क्लिक करना भी घातक हो रहा है। साइबर क्राइम से जुड़े इन मामलों की जॉच-पड़ताल की जा रही है।