देर रात हुई इस तोडफ़ोड़ के विरोध में सुबह कांकरिया स्कूल के बाहर गुस्साए लोगों की भीड़ लग गई। लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे वहीं सर्किल की मरम्मत करने के लिए नारेबाजी की। भोजनराज सारस्वत, गणपत पारीक, महेश दाधीच, पवन श्रीमाली समेत सैकड़ों लोग यहां से रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन के साथ कलक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में कहा गया कि परशुराम सर्किल पर हुई तोड़-फोड़ से सर्व समाज में रोष है। प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई। इससे पहले पार्षद नवरतन बोथरा समेत अनेक लोग सर्किल पर पहुंचे।
पुलिस रातभर तहकीकात में लगी रही देर रात तोडफ़ोड़ की सूचना मिलते ही कोतवाली सीआई बृजेंद्र सिंह और फिर नागौर सीओ विनोद कुमार सीपा ने मौका मुआयना किया। सीसीटीवी कैमरे में जय भीम की झण्डिया लगाते समय फरसे के साथ तोड़-फोड़ करते ये नजर आए। सर्किल पर इस तोडफ़ोड़ से एसपी राममूर्ति जोशी ने एएसपी राजेश मीना के सुपरविजन में टीम बनाकर तलाश शुरू कर दी। सबसे पहले राहुल (24) निवासी वाल्मीकि बस्ती को गिरफ्तार किया। बाद में इसकी निशानदेही में जतिन (21) और रविंद्र भाटी निवासी नोखा व मनीष निवासी वाल्मीकि बस्ती को गिरफ्तार किया।
बर्थ-डे पार्टी में शराब पीकर आ रहे थे देर रात मौका-मुआयना करते हुए वहां एक चाय की दुकान वाले को पहले पुलिस ने घेरा। उसने राहुल का नाम लिया। धीरे-धीरे चारों को पुलिस ने दबोच लिया। सीआई बृजेंद्र सिंह ने बताया कि ये चारों किसी बर्थ-डे पार्टी में शराब पीकर आ रहे थे। चौराहे पर ये रुके, जय भीम की झण्डी को फव्वारे में लगाने के दौरान, सेल्फी तो ली ही, उन फव्वारों को भी हिला-हिला कर तोड़ दिया। बाद में ये कांकरिया स्कूल के पास वाली गली से अपने-अपने ठिकाने पहुंच गए। अब तक सामने आया कि झण्डी तो पहले ही कोई लगा गया था। इनकी मानें तो गिरी हुई झण्डी को लगाने के दौरान यह हरकत की। मामले की जांच एसआई शिव सिंह कर रहे हैं।
यह दी रिपोर्ट भोजराज सारस्वत व गणपतलाल जोशी ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि सर्किल पर फाउंटेन के पास फरसे के साथ तोडफ़ोड़ से माहौल खराब होने की आशंका है। धार्मिक आस्था के साथ की गई गड़बड़ी से वैमनस्य फैल सकता है, ऐसे में आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी हो। ट्रेफिक सीओ भवानी सिंह, सदर सीआई रूपाराम, एसआई शिव सिंह, हैड कांस्टेबल शिवराम समेत दर्जनभर पुलिसकर्मी भी पूरी रात मामले को खोलने में लगे रहे।
इनका कहना देर रात की इस घटना से काफी दु:ख पहुंचा। सुबह तक लोगों में गुस्सा था। बाद में पुलिस ने जल्द ही आरोपियों को दबोच लिया। रुदन यात्रा में शामिल अथवा झण्डी लगाने वालों का कोई लेना देना नहीं था। सीसीटीवी फुटेज से साफ हो गया कि वो तो झण्डी लगाकर चले गए थे, बाद में चार शरारती तत्वों ने शराब के नशे में वारदात की। सभी की जिम्मेदारी है कि साम्प्रदायिक सद्भाव बना रहे, अफवाहों पर ध्यान न दें।
-भोजराज सारस्वत, अध्यक्ष लघु उद्योग भारती नागौर