100 गांव, दो लाख से अधिक जनसंख्या गौरतलब है कि खींवसर को वर्ष 2015 में पंचायत समिति बनाया गया था, जबकि भैरूंदा को 2020 में पंचायत समिति बनाया गया और गत 19 मई को सरकार ने बीसीएमओ कार्यालय खोलने के आदेश जारी कर दिए। जबकि खींवसर में सात साल बाद भी बीसीएमओ कार्यालय नहीं खोला गया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार खींवसर पंचायत समिति में 100 गांव हैं तथा दो लाख से अधिक जनसंख्या है, जबकि 35 ग्राम पंचायत हैं। इसमें 13 ग्राम पंचायतों को नागौर ब्लॉक में डाल रखा है, जबकि 22 मूण्डवा ब्लॉक में हैं।
इसलिए जरूरी है बीसीएमओ कार्यालय
खींवसर में चिकित्सा विभाग का ब्लॉक कार्यालय खोलने को लेकर लम्बे समय से मांग की जा रही है और विभागीय अधिकारियों ने प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भी भेजा है। वर्तमान में खींवसर का बीसीएमओ कार्यालय मूण्डवा है, जिसके अधीन मूण्डवा व खींवसर की कुल 46 ग्राम पंचायतें आती हैं। खींवसर पंचायत समिति की बात करें तो यहां तीन सीएचसी खींवसर, पांचला सिद्धा व पांचौड़ी हैं। खींवसर पंचायत समिति क्षेत्र में कुल 7 पीएचसी डेहरू, कुड़छी, बिरलोका, करनू, चावण्डिया, तांतवास व गुढ़ा भगवानदास हैं, इसमें मूण्डवा ब्लॉक में डेहरू, कुड़छी व बिरलोक हैं, जबकि करनू, चावण्डिया, तांतवास व गुढ़ा भगवानदास नागौर ब्लॉक में आती हैं।
शेष सभी कार्यालय खुल चुके पंचायत समिति बनने के बाद खींवसर में चिकित्सा विभाग का ब्लॉक कार्यालय खुलने के अलावा अन्य सभी विभागों के ब्लॉक कार्यालय खुल चुके हैं। चिकित्सा विभाग का ब्लॉक कार्यालय नहीं खुलने से मूण्डवा व नागौर के ब्लॉक कार्यालयों पर अतिरिक्त भार है।
मौलासर व नावां में भी है मांग गौरतलब है कि वर्ष 2015 में नागौर जिले में खींवसर के साथ मौलासर व नावां को भी पंचायत समिति बनाया गया था। पंचायत समिति कार्यालय खुलने के बाद चिकित्सा विभाग ने तीनों स्थानों पर बीसीएमओ कार्यालय खोलने के प्रस्ताव मुख्यालय को भिजवाए थे, लेकिन जयपुर में बैठे अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।
प्रस्ताव तो भेजे थे खींवसर सहित मौलासर व नावां में बीसीएमओ कार्यालय खोलने के लिए प्रस्ताव पूर्व में भेजे जा चुके हैं। हाल ही भैरूंदा में बीसीएमओ कार्यालय खोलने की स्वीकृति जारी की गई है।
– डॉ. मेहराम महिया, सीएमएचओ, नागौर