यह था मामला
तुलछाराम ने उपचार के दौरान मंगलवार को पत्रिका से बात में बताया था कि उसकी आबादी क्षेत्र में मकानों के पास मेरी जमीन थी, जिस पर मैने कर्जा लिया था। छह माह में कर्जा चुकाने की शर्त थी। 6 माह बाद रुपए तो मैने वापस दे दिए, लेकिन उधारी लेने के संबंध में लिखा गया स्टाम्प आरोपी ने रख लिया। इसके बाद रुपयों की आवश्यकता होने पर 3 लाख 39 हजार रुपए मैने 4 बीघा खेत गिरवी रखकर उधार लिए। इसमें से 95 हजार रुपए मैने लौटा दिए। आरोपी के पास कुल 3 स्टाम्प है। वे घर के पास की जमीन पर कब्जा करना चाहते है, जबकि उसके रुपए मैने चुकता कर दिए। कब्जा करने वाले बाबा (ताऊ ) के बेटे भाई है। मंगलवार को उपखण्ड कार्यालय में उसकी पेशी थी, बेटे-बहुओं ने जमीन पर स्टे लगवा दिया, स्टाम्प लिखवाने के लिए वो लोग मुझे उपखण्ड अधिकारी कार्यालय जबरदस्ती लाए थे।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है
मंगलवार को तुलछाराम ने आत्महत्या का प्रयास किया था। उसके खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज किया था। गुरुवार को उसकी उपचार के दौरान बांगड़ अस्पताल में मौत हो गई है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
राजेश कुमार, सीआई डीडवाना