शिक्षा संकुलों के गठन में पदों की कटौती पर भडक़ा रोष
नागौर. मंत्रायलिक कर्मचारी महासंघ की शिक्षा विभागीय समिति की ओर से सोमवार को मुख्यमंत्री ने नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इधर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने भी कार्य बहिष्कार किया। ज्ञापन के माध्यम से चेताया कि एक सप्ताह में शिक्षा संकुलों की स्थापना की आड़ में पदो कटौती बंद कर उन्हें पुन: सृजित नहीं किए जाने पर अनशन किया जाएगा। इस दौरान कर्मचारी नेताओं ने कहा कि स्कूल शिक्षा एवं भाषा विभाग द्वारा ब्लॉक, जिला एवं संभाग स्तरीय कार्यालयों का पुनर्गठन कर एकीकृत शिक्षा संकूलों की स्थापना कर पुनर्गठन आदेशों में मंत्रालयिक कर्मचारियो के पद बढाने की बजाय कटौती कर मंत्रालयिक कर्मचारियो के साथ कुठाराघात किया है। वर्तमान में नागौर के शिक्षा विभाग के जिला स्तर के कार्यालयों में कार्यरत 80 प्रतिशत कार्मिक अधिशेष हुए है। लेकिन जिला मुख्यालय के 30 किमी क्षेत्र में संबंधित संवर्ग का कोई पद रिक्त नहीं है। पूर्व में शासन द्वारा कटोती किये गये पदों को कार्यालय और मुख्यालय के नजदीक विद्यालयों में पद स्वीकृत करने का आश्वासन दिया गया और इधर काउन्सलिंग द्वारा पदस्थापन करने के निर्देश दिया जा रहा है। प्रदेश संरक्षक एवं मुख्य सलाहकार कमलकांत सिरोही ने कहा कि इस सप्ताह कार्यालयों में मंत्रायलिक कर्मचारियों के समाप्त किये गये सभी पद पुन: स्वीकृत नहीं किये तो मंत्रालयिक कर्मचारियों द्वारा कार्य बहिष्कार कर जाम किया जाएगा।
ज्ञापन के दौरान जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश जोशी महामंत्री डूंगरसिंह भाटी, भवानी शंकर गोड, कैलाश गोड, सत्यनारायण सोनी, सुनील धनकड, जगदीश जोशी, सनवर खा, कैलाश जोशी, धर्मेन्द्र, रामपाल मेघवंशी, रामनिवास कालवा, धनसिंह भाटी, अमितकुमार गुप्ता, महेश गौड, शुभम जोशी, विजेन्द्र व्यास, ओम लखारा, गोपाल, सुनील आचार्य आदि मौजूद थे।