धरने पर पहुंचे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां सहित भाजपा व रालोपा नेताओं ने राज्य सरकार के साथ-साथ स्थानीय विधायक को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सतीश पूनिया ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दिनदहाड़े अपराधियों द्वारा जयपाल की हत्या करना राज्य सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। कांग्रेस ने राजस्थान को बारूद के ढेर पर बैठा दिया है। अस्पताल बीमार और स्कूल लाचार हो गए। पिछले तीन वर्षों की कहानी में राजस्थान की जनता के प्रति इससे बड़ा कोई अन्याय नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा जयपाल के परिजनों के साथ है। आंदोलन को लेकर रणनीति बन रही है।
हत्याकांड को लेकर सोमवार को धरना स्थल पर सुबह से ही भीड़ जुटना शुरू हो गई। इस दौरान पूर्व विधायक हरीश कुमावत ने भूख हड़ताल पर बैठने की घोषणा कर दी। पूर्व विधायक विजय सिंह चौधरी ने कहा कि 46 घंटे होने के बाद भी कोई करवाई नहीं हुई है। डी फ्रीज तक सही से उपलब्ध नहीं करवाया गया। यह सब विधायक के कहने पर हो रहा है। इसके साथ ही सांसद हनुमान बेनीवाल के आह्वान पर दोपहर बाद स्थानीय विधायक महेंद्र चौधरी के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने शहर के मुख्य मार्गों से जुलूस निकाला और उपखंड कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया, भाजपा जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह ऑडिट, पूर्व सांसद सीआर चौधरी, जिला प्रमुख भागीरथ चौधरी, मकराना विधायक रूपाराम मुरावतिया, विधायक नारायण बेनीवाल, परबतसर पूर्व विधायक मान सिंह किनसरिया, रजनी गावड़िया, ज्ञानाराम रणंवा, राजेश गुर्जर, प्रकाश योगी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
हत्याकांड को लेकर सोमवार को धरना स्थल पर सुबह से ही भीड़ जुटना शुरू हो गई। इस दौरान पूर्व विधायक हरीश कुमावत ने भूख हड़ताल पर बैठने की घोषणा कर दी। पूर्व विधायक विजय सिंह चौधरी ने कहा कि 46 घंटे होने के बाद भी कोई करवाई नहीं हुई है। डी फ्रीज तक सही से उपलब्ध नहीं करवाया गया। यह सब विधायक के कहने पर हो रहा है। इसके साथ ही सांसद हनुमान बेनीवाल के आह्वान पर दोपहर बाद स्थानीय विधायक महेंद्र चौधरी के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने शहर के मुख्य मार्गों से जुलूस निकाला और उपखंड कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया, भाजपा जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह ऑडिट, पूर्व सांसद सीआर चौधरी, जिला प्रमुख भागीरथ चौधरी, मकराना विधायक रूपाराम मुरावतिया, विधायक नारायण बेनीवाल, परबतसर पूर्व विधायक मान सिंह किनसरिया, रजनी गावड़िया, ज्ञानाराम रणंवा, राजेश गुर्जर, प्रकाश योगी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
डी-फ्रिज बना परेशानी, कुचामन से मंगवाया गौरतलब है कि शनिवार को पूनिया का शव जयपुर से लाकर नावां अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया था। लेकिन डी-फ्रीज खराब होने व लीक होने से शव से बदबू आने लगी। बाद में कुचामन से डी-फ्रिज मंगवाकर शव को उसमें रखा गया। नावां चिकित्सक डॉ.ओमसिंह ने बताया कि नावां चिकित्सालय में डी-फ्रीज नहीं है। समाज सेवी संस्था ने कोरोना काल में सहयोग के लिए दिया था। वर्तमान में डी-फ्रीज वर्तमान में यूजफुल नहीं है। इस सम्बन्ध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है।
विधायक के साथ पूरे परिवार को जाना होगा जेल : बेनीवाल
विधायक के साथ पूरे परिवार को जाना होगा जेल : बेनीवाल
आरएलपी सुप्रीमो सांसद हनुमान बेनीवाल ने धरने को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक व उनके परिवार का हत्याकांड में हाथ होने पर सरकार पर सवाल खड़े किए। साथ ही कहा है कि पूरे प्रदेश में अपराध की जड़ ही गहलोत के दोनों कान भरने वाले सचेतक व उपमुख्य सचेतक हैं। जयपाल पूनियां के आरोपियों में शामिल विधायक सहित परिवार को जेल जाना ही होगा। उन्होंने कहा जयपुर व दिल्ली तक लड़ाई लड़नी पड़ी तो लड़ेंगे, लेकिन पीड़ित परिवार को न्याय दिलाकर सीबीआई जांच करवाएंगे।
परिजनों ने कहा व्यापारी को जबरदस्ती बनाया हिस्ट्रीशीटर
जयपाल पूनियां के परिजन विजय सिंह पूनियां ने मीडिया से रुबरु होते हुए कहा कि व्यापारी व उद्यमी को जबरदस्ती हिस्ट्रीशीटर बनाया गया है। जब जयपाल नावां आया था, तब पहले मोती सिंह से ही मिला था। जब भी कोई व्यक्ति बाहर से आता है उसको यह अपने जाल में फंसा लेता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोती सिंह अवैध कुएं खुदवाता है। इसके साथ पार्टनरशीप कर उसके साथ दगा करता है। गत 2 से ढाई साल में जयपाल के खिलाफ करीबन एक दर्जन मुकदमें दर्ज करवा दिए। तहसीलदार ने मोती सिंह से मिलकर महेंद्र चौधरी के दबाव में आकर जयपाल पर पर्यावरण के मुकदमे दर्ज करवाए। जबकि वो कोई हिस्ट्रीशीटर नहीं था।
इनका कहना
परिजनों ने कहा व्यापारी को जबरदस्ती बनाया हिस्ट्रीशीटर
जयपाल पूनियां के परिजन विजय सिंह पूनियां ने मीडिया से रुबरु होते हुए कहा कि व्यापारी व उद्यमी को जबरदस्ती हिस्ट्रीशीटर बनाया गया है। जब जयपाल नावां आया था, तब पहले मोती सिंह से ही मिला था। जब भी कोई व्यक्ति बाहर से आता है उसको यह अपने जाल में फंसा लेता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोती सिंह अवैध कुएं खुदवाता है। इसके साथ पार्टनरशीप कर उसके साथ दगा करता है। गत 2 से ढाई साल में जयपाल के खिलाफ करीबन एक दर्जन मुकदमें दर्ज करवा दिए। तहसीलदार ने मोती सिंह से मिलकर महेंद्र चौधरी के दबाव में आकर जयपाल पर पर्यावरण के मुकदमे दर्ज करवाए। जबकि वो कोई हिस्ट्रीशीटर नहीं था।
इनका कहना
राजस्थान शांति पूर्ण प्रदेश है। लेकिन दिनदहाड़े अपराधियों द्वारा भाई जयपाल की हत्या करना राज्य सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। प्रदेश में अपराध से बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन कोई सुरक्षित नहीं है। राजस्थान अपराधों में नम्बर वन है। इसके नैतिक रूप से सीएम जिम्मेदार हैं, जो गृहमंत्री भी है। हमारी सीबीआई जांच की मांग है। प्रशासन को चेताया है, 24 घण्टें का समय दिया गया है।
सतीश पूनियां, प्रदेशाध्यक्ष भाजपा
सतीश पूनियां, प्रदेशाध्यक्ष भाजपा