जड़ा तालाब में लगाए गए फाउंटेन फव्वारे ने गुरुवार को जड़ा तालाब पहुंचे लोगों को काफी आकर्षित किया। इस दौरान युवा कैमरे व मोबाइल से फव्वारे के साथ फोटो लेते नजर आए। रात के समय फव्वारे के साथ रंग-बिरंगी लाइटें भी जलेंगी।
– शहर के बीच जड़ा तालाब के नाम से जाना जाने वाला यह तालाब ऐतिहासिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है। पत्रिका ने इसकी दशा सुधारने के लिए 14 मई 2015 को शहरवासियों के सहयोग से श्रमदान कर सफाई अभियान शुरू किया।
– सबसे पहले जनसहयोग से श्रमदान के माध्यम से तालाब की सफाई का कार्य शुरू किया। अभियान के तहत पत्रिका ने करीब दो हजार लोगों को जोडकऱ श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किए। श्रमदान कार्य पूरा होने के बाद दानदाता के सहयोग से तालाब की खुदाई का काम शुरू करवाया। इस बीच तालाब में होने वाले गंदे पानी की निकासी भी बंद करवाई।
– अभियान के तहत हर रविवार को श्रमदान का यह क्रम 6 जुलाई 2015 तक चला। 6 जुलाई को ही श्रमदान के बाद शहरवासियों ने तालाब के सौंदर्यकरण के लिए चर्चा की।
– 21 जून को 2015 को तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी व केबिनेट मंत्री युनूस खान ने तालाब का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
– 7 जुलाई 2015 को तत्कालीन जिला कलक्टर राजन विशाल ने अधिकारियों की बैठक बुलाकर तालाब का ले-आउट प्लान तैयार करने के लिए कहा। 8 जुलाई को जोधपुर से आए इंजिनियर ने जड़ा तालाब का सर्वे किया।
– 17 जुलाई 2015 तकनीकी अधिकारियों ने कलक्टर के समक्ष ले-आउट प्लान पेश किया, जिसमें जड़ा तालाब में नावें चलाने के साथ चारों तरफ भ्रमण पथ बनाने की योजना बनाई गई।
– 24 सितम्बर 2015 को जिला कलक्टर व सभापति ने तालाब किनारे कैफेटेरिया का शिलान्यास किया।
– 29 अक्टूबर 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जड़ा तालाब पहुंची और पूरे क्षेत्र को हैरिटेज लुक देने के निर्देश दिए। साथ ही कुछ दिन बाद जयपुर व अजमेर से आर्किटेक्ट भेजे।
– इसके बाद अमृत मिशन में एक करोड़ 10 लाख तथा पुरातत्व विभाग ने एक करोड़ 25 लाख रुपए स्वीकृत किए, जिसके तहत करीब साढ़े चार साल बाद अब काम पूरा हो गया।
– जुलाई में नागौर कलक्टर के रूप में ज्वाइन करने के बाद जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने जड़ा तालाब का दौरा कर शहरवासियों को नौकायन की सौगात देने की ठानी।
– 7 अक्टूबर 2020 को उन्होंने नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए कि वे नौकायन की तैयारी शुरू कर दे। इसके बाद हर साप्ताहिक बैठक में नौकायन के कार्य की प्रगति जानते रहे। लगातार पीछा किया। इधर, जैसे ही नवनियुक्त आयुक्त मनीषा चौधरी ने कार्यभार संभाला, उन्होंने इस कार्य को पूरा करने के लिए कमर कस ली और 14 जनवरी को नौकायन का ट्रायल पूरा करवा दिया।