सबकुछ जलकर खाक
पीडि़त अर्जुनराम की रहवासी ढाणी में लगी आग से उसका सबकुछ जलकर राख हो गया। अब उसके लिए आसमान ही छत और धरती बिछौना है। हालांकि सरपंच द्वारा मिली सहायता से एक बारगी जरूर राहत मिली हैं, लेकिन गरीब की जमा पूंजी सहित सबकुछ चंद मिनटों में उसकी आंखों के सामने खाक हो गया।