एक पास से दो बस
टोल प्रबंधक वरुण प्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि बस संचालक निमोद गांव का रहने वाला है। इस रूट पर उसकी सांपरिया सेठ के नाम से दो निजी बस चलती है। बस संचालक ने एक बस का मासिक टोल पास बनवा रखा है, गुरुवार को वह दूसरी बस को जबरदस्ती फर्जी तरीके से बिना टोल दिए निकाल रहा था, टोल कर्मियों द्वारा राके जाने पर बस चालक, सहचालक व एक अन्य युवक ने मारपीट की।
ठसाठस भरी थी बस
बस में सवारियां ठसाठस थी। घटना के बाद बस चालक बस में बैठी सवारियों की जान की परवाह किए बगैर तेज गति से हाईवे पर दौड़ाता हुआ बस को लेकर रसीदपुरा पहुंच गया। इस दौरान सवारियों की जान भी खतरे में आ गई।
इनका कहना है..
चालक बस को फ्री में निकालने के लिए कर्मचारियों से बहस कर रहा था। मैं समझाइश के लिए मौके पर गया तथा चालक ने बस में से लोहे की रॉड निकाल कर मेरे सर पर वार कर दिया। जिससे मैं अचेत हो गया था।
वरुण प्रतापसिंह, प्रबंधक, टोल प्लाजा छापरी।