माना जा रहा है कि करीब सात-आठ माह से लोग सावों का इंतजार कर रहे थे। कोरोना काल में पाबंदियों को देखते हुए कई लोगों ने नवम्बर-दिसम्बर में शादी समारोह की योजना बनाई थी, लेकिन कोरोना ने अब भी पीछा नहीं छोड़ा। इन मुहूत्र्त को छोडऩा भी मुश्किल है। लिहाजा समारोहों की धूम मची हुई है।
कोराना काल में शादी समारोह के लिए अनुमति लेने का प्रावधान करा रखा है। इस दौरान सारे नियम-कायदे बताए जा रहे हैं, जिनकी पालना अनिवार्य रूप से करनी है, लेकिन आयोजक इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे। कई जगह सेनेटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर मास्क तक नहीं पहने जा रहे। ऐसे में शादी समारोह में एक भी संक्रमित आ गया तो सभी को मुश्किल में डाल सकता है।
गांवों में जहां अधिकतर लोग संयुक्त परिवार में रहते हैं, वहां इस तरह की गाइड लाइन को लेकर धज्जियां उड़ रही है। एक ही परिवार में बीस से तीस लोग हो जाते हैं। फिर बुआ, नाना, भाई-बहनों के ससुराल पक्ष आदि से आने वाले सम्बंधियों को गिना जाए तो आंकड़ा सौ के करीब हो जाता है। ऐसे में या तो मेल-मुलाकात वाले लोगों को न्योता ही नहीं दे सकते और आमंत्रित करते हैं तो मेहमानों की संख्या सौ के पार हो जाती है।
यह है गाइड लाइन
– आमंत्रित मेहमानों की संख्या सौ से अधिक नहीं होनी चाहिए
– विवाह आयोजन में भाग लेने वाले व्यक्तियों को मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा
– आयोजन स्थल पर नो मास्क नो एंट्री की सख्ती से पालना कररने के नियम
– समारोह में लोगों के बीच परस्पर सोशल डिस्टेंसिंग रखने का प्रावधान
– प्रवेश एवं निकास द्वार व कॉमन एरिया में थर्मल स्केनिंग के प्रबंध रखने होंगे
– हेण्डवॉश व सेनेटाइजर की व्यवस्था रखनी होगी, ताकि बार-बार हाथ साफ किए जा सके
– कुर्सियां, सामान्य सुविधाएं एवं मानव संपर्क में आने वाले बिन्दू बार-बार साफ व सेनेटाइज करने होंगे