थानान्र्तगत ग्राम ललाणा खुर्द की एक विधवा महिला ने सात अगस्त को अपनी पुत्री के साथ एक जने पर संगीन मारपीट कर जेवरात लूटने का मामला दर्ज करवाया था। जिसकी जांच बड़ू चौकी इंचार्ज हेडकॉस्टेबल पन्नाराम कर रहे थे। जांच से संतुष्ट नहीं होने पर पीडि़ता ने एसपी विकास पाठक से शिकायत की तो जांच पादूकलां एसएचओ को सौंपी गई है।
पीडि़ता सायरी देवी ने बताया कि आठ सितंबर को एक जना घर पर आया और अपने आप को एसपी ऑ िफस नागौर का सिपाही बताया। उसने खुद को इंद्रा कालॉनी निवासी सुनील मुण्डेल बताते हुए कहा कि आपका मामला पादूकलां थानाधिकारी के पास है। जांच आपके पक्ष में करवानी है तो पचास हजार दे दो । ये रकम आपका पुत्र नागौर मेरे घर पर दे जाए । पीडि़ता ने बताया कि बातों ही बातों में उसने उसका पुत्री का वीडियो भी बना लिया। ११ सितंबर को रिश्तेदार को पचास हजार रुपए देकर उसके बताए पते पर नागौर भेजा तो वहां पर वो नहीं मिला। जब उसके मोबाइल पर संपर्क किया तो उसने बताया कि वह अभी मेड़ता कोर्ट आया है, शाम पांच बजे तक नागौर आता हूं। जब पांच बजे नागौर आकर उसने रिश्तेदार से जब पूछा कि कहां हो तो उसने खुद को टाटा कंपनी में होना बताया। इतना सुनने के बाद से ही उस कथित सिपाही ने मोबाइल बंद कर दिया। इसके बाद जब उसकी तलाश में उसकी फोटो व्हाट्सएप के जरिए बताई गई तो उसके रामनिवास जाट निवासी डेगाना होने की बात सामने आ रही है। यह भी सामने आया कि डेगाना मण्डी में डोडा पोस्त रखने के मामले में वो गिरफ्तार हो चुका है। जिसकी जांच तत्कालीन गच्छीपुरा एसएचओ जितेन्द्रसिंह ने की थी। इस संदर्भ में डेगाना डिप्टी जगदीश प्रसाद बोहरा ने बताया कि एसपी ऑफि स का सिपाही बताकर महिला से पैसे मांगने की घटना की जानकारी मिली है। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। उधर, गच्छीपुरा थानाधिकारी पूरणमल मीणा ने बताया कि ये घटना आठ सिंतबर की है, रिपोर्ट ले ली है। जांच बडू चौकी प्रभारी पन्नाराम बाना को दी है।