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आज से 15 दिन के लिए होगी नहरबंदी, 24वें दिन मिल जाएगा पानी

locationनागौरPublished: Jun 01, 2020 12:17:08 pm

Submitted by:

shyam choudhary

बीकानेर की स्थिति खराब होने के कारण पांच दिन कम किए

Canal

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नागौर. इस वर्ष पूर्व में 25 मार्च से प्रस्तावित 70 दिन की नहरबंदी लॉकडाउन के चलते स्थिगित होने के बाद अब मात्र 15 दिन के लिए आज से शुरू होगी। हालांकि गत दिनों जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना वृत्त के अधिकारियों ने नहरबंदी को संशोधित करते हुए 20 दिन किया था, लेकिन बीकानेर के पास मात्र 17 दिन का स्टोरेज ही होने के कारण नागौर की नहरबंदी के भी 5 दिन कम किए हैं।
जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना वृत्त के अधीक्षण अभियंता अजय कुमार शर्मा ने बताया कि नागौर का स्टोरेज 40 दिन का है, ऐसे में 15 दिन के लिए होने वाली नहरबंदी से सप्लाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 15 दिन नहर बंद रहने के बाद 24 जून तक नागौर को नहर का पानी मिलना शुरू हो जाएगा।
मंत्री के हस्तक्षेप से कम हुई नहरबंदी
दो दिन पहले जलदाय विभाग मंत्री बीडी कल्ला ने विभागीय अधिकारियों से चर्चा की। बीकानेर के अधिकारियों ने मंत्री कल्ला को बताया कि उनके पास 17 दिन का ही पानी स्टोर है, ऐसे में यदि नागौर 20 दिन नहरबंदी करता है तो बीकानेर में जलसंकट की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। इसके बाद मंत्री ने नागौर के अधिकारियों से बात कर नागौर की नहरबंदी 15 दिन करने के लिए कहा।
ताऊसर व कड़लू की बिजली लाइन अलग करने की मांग
नागौर. डिस्कॉम की उदासीनता से परेशान हो रहे ताऊसर के लोगों को राहत दिलाने के लिए जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव हीरालाल भाटी ने अजमेर डिस्कॉम प्रबंधक वीएस भाटी को पत्र लिखकर ताऊसर व कड़लू की 33 केवी बिजली लाइल अलग-अलग करने की मांग की है।
भाटी ने पत्र में बताया कि नागौर शहर से सटे ग्राम पंचायत ताऊसर में ताऊसर 33 केवी लाइन व कड़लू जाने वाली 33 केवी लाइन टैपिंग की हुई है। उन्होंने बताया कि 4 वर्ष पहले अंडर ग्राउंड केबल में फॉल्ट आने पर डिस्कॉम अधिकारियों ने अस्थाई तौर पर यह व्यवस्था की, लेकिन बाद में इसे अलग नहीं किया, जिसके कारण ताऊसर में गर्मी व बारिश के दिनों बार-बार ट्रिपिंग की समस्या रहती है। भाटी ने बताया कि ताऊसर में व्यवसायिक कार्य भी होते हैं, ऐसे में बार-बार लाइन ट्रिपिंग होने से उद्यमियों को नुकसान होता है, कई बार उपकरण भी जल जाते हैं, जबकि अधिकारी व कर्मचारी चाहे तो सिर्फ 2 घंटे में यह काम हो सकता है। गर्मी के मौसम होने से रात को फॉल्ट आने पर रात-रात भर बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाती है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय अधिकारियों को कई बार अवगत कराया, लेकिन वे ध्यान नहीं दे रहे हैं।
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