हादसे में मरने वाला इदरिस अपने पिता का एकमात्र लाड़ला पुत्र था। मंगलवार से रमजान का महिना शुरू हो गया है। ईदरीस खुद रोजेदार था। शाम को रोजा खोलने के लिए वह छोटी खाटू से फलफ्रूट सहित अन्य समान लेने के लिए गया था। लेकिन लौटते समय बड़ी खाटू से पहले यह हादसा हो गया। हादसे की खबर सुनते ही इदरिस के परिजनों में मातम पसर गया।
यहां अक्सर होते हैं हादसे, गुस्साए लोगों ने लगाया जाम
युवक की मौत होते ही माहौल गरमा गया। लोगों ने पत्थर रखकर दोनों हाईवे मर्गों को जाम कर दिया। करीब बीस मिनट में हजारों की तादात में लोग जमा हो गए। मौके पर पहुंचे थानाधिकारी फूलचंद बालोटिया ने काफी देर तक समझाइश की लेकिन लोग नहीं माने, इस मौके पर जायल डिप्टी हजारीराम चौहान सहित कई प्रशासनिक अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचे। यहां दो हाईवे मार्गों का एक साथ क्रोसिग होता है। एक जयपुर खाटू नागौर राजमार्ग तो दूसरा हाईवे लाडनू डेगाना राष्टीय मार्ग है। दोनों हाईवे मार्गों का अंग्रेजी के ‘वी’ आकार में क्रोसिग होता है। इसलिए छोटी खाटू से होकर डेगाना या नागौर जाने वाले वाहन इधर-उधर के फेर में हादसों का शिकार हो जाते हैं। छोटी खाटू और बड़ी खाटू के मात्र तीन किलोमीटर दूरी पर वाहनों की कतार लगी रहती है। इस तीन किलोमीटर की दूरी पर तीन जगह सर्किल की जरूरत है। तभी हादसों पर लगाम लगा सकते हैं।