उन्होंने बालवा रोड़ स्थित बाल सम्प्रेषण गृह व डीडवाना बाइपास मार्ग स्थित चोखो घर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान बाल सम्प्रेषण गृह में चार विधि से संर्घषरत किशोर एवं तीन आवासित बच्चे मिले। इसी प्रकार चोखो घर में एक बच्चा मिला। अन्य बच्चे राज्य सरकार के आदेशानुसार उनके घर भिजवाए जाने की जानकारी मिली। हालांकि मौजूद इस बच्चे की उपस्थिति भी 20 मार्च के बाद से दर्ज नहीं की जा रही थी। जिसकी उपस्थिति दर्ज करवाई गई। इस दौरान कई कमियां भी सामने आई, जिस पर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। निरीक्षण में सामने आया कि दोनों गृह अभी तक सेनेटाइज्ड नहीं किए गए हैं। इस पर नगर परिषद के निरीक्षक को कॉल कर तत्काल ही दोनों गृहों में सेनेटाइज्ड करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान बाल सम्प्रेषण गृह एवं चोखो घर में उपयुक्त स्वच्छता व सफाई व्यवस्था मिली। उपस्थित कार्मिकों को साफ-सफाई में नियमितता बरतते हुए विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। हालांकि कोई ऐसा बच्चा नहीं मिला, जो सदी-खांसी से पीडि़त हो, लेकिन एहतियातन बच्चो में निर्धारित दूरी रखने एवं किसी बीमारी के लक्षण मिलने पर तुरन्त चिकित्सकीय परामर्श व इलाज को लेकर निर्देशित किया।