रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कोच गाइडेंस सिस्टम लगवाया था, लेकिन कुछ माह पहले सिस्टम हटा लिया गया। विभागीय प्रक्रिया में देरी के कारण नए बोर्ड नहीं लग पाए। रेलवे सूत्रों का कहना है कि संबंधित शाखा के अधिकारियों को नए बोर्ड लगाने की अनुमति लेने के बाद ही पुराना सिस्टम हटाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पहले ही हटा लिया, इससे परेशानी खड़ी हो गई। जिला मुख्यालय स्थित रेलवे स्टेशन से रोजाना औसतन दो दर्जन गाडिय़ों की आवाजाही रहती है। हर रोज करीब 2700 यात्री प्रतिदिन नागौर से यात्रा करते हैं और करीब सवा करोड़ रुपए की मासिक आय रेलवे को होती है।