प्रदेश में आचार संहिता लगते ही होर्डिंग्स से नेताओं के फोटो गायब हो गए। प्रशासन ने प्रचार सामग्री के सभी होर्डिंग्स हटवा दिए। नागौर शहर में आचार संहिता लगने के दिन ही शाम तक अलग-अलग टीमों ने मिलकर शहर को होर्डिंग्स मुक्त कर दिया था। अब लोगों में यह चर्चा बनी रहने लग गई कि इन पर अब कौन नए चेहरे दिखेंगे? किसे बधाई देते संदेश लगेंगे? किसकी गठित सही बैठेंगी? खैर जो भी हों, लेकिन आचार संहिता के बाद नागौर शहर में अ धिकतर होर्डिंग्स खाली हो गए।
प्रदेश में आचार संहिता लगते ही होर्डिंग्स से नेताओं के फोटो गायब हो गए। प्रशासन ने प्रचार सामग्री के सभी होर्डिंग्स हटवा दिए। नागौर शहर में आचार संहिता लगने के दिन ही शाम तक अलग-अलग टीमों ने मिलकर शहर को होर्डिंग्स मुक्त कर दिया था। अब लोगों में यह चर्चा बनी रहने लग गई कि इन पर अब कौन नए चेहरे दिखेंगे? किसे बधाई देते संदेश लगेंगे? किसकी गठित सही बैठेंगी? खैर जो भी हों, लेकिन आचार संहिता के बाद नागौर शहर में अ धिकतर होर्डिंग्स खाली हो गए।