पार्षदों ने रखी अपनी बात
पार्षद लालचंद ने विकास कार्यों में हुई अनियमितताओं की जांच करवाने, मनोनीत पार्षद मनीष बंसल ने आपसी शहर के विकास पर ध्यान देने, संजू कच्छावा व रेखा भाटी ने सफाई व विकास कार्य करवाने की मांग की। आयुक्त यादव ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण में सभी शहरवासियों का भी सहयोग जरुरी है, इसलिए पार्षद उन्हें जागरूक करें ताकि शहर की रेंकिंग बेहतर होने पर सरकार से अच्छा बजट मिल सके। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर कचरा संग्रहण जरूरी है। पप्पू तंवर ने कहा कि अनुदान बढाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भिजवाया जाए।
आय के लिए जुटाएंगे स्रोत
मनोहर सिंह राठौड ने परिषद की आय में वृद्धि के लिए नियमितीकरण, भूखंडों की नीलामी आदि का प्रस्ताव रखा। जिस पर सभापति सोलंकी ने कहा कि जो खसरे नगर परिषद को हस्तांतरित किए जा चुके हैं उनसे अतिक्रमण हटाकर या नियमानुसार नियमन की कार्रवाई की जाए ताकि राजस्व में वृद्धि हो। सोलंकी ने कहा कि पुराना बस स्टैण्ड में बसों के अलावा किसी से प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाए। बैठक में रिजका विक्रेताओं को कांजी हाउस के पास ही रिजका बेचने के लिए पाबंद करने का प्रस्ताव लिया गया। बैठक में सचिव नरेन्द्र बापेडिय़ा, कर्मचारी व पार्षद उपस्थित थे।
…और गर्मा गया मामला
वार्डोंं में विकास कार्य नहीं होने के आरोप पर आयुक्त श्रवण चौधरी ने कहा कि चेयरमैन साब की मंशा होगी तो काम हो जाएगा। जिस पर ये साइन करते हैं वो काम हो जाता है। इस पर सभापति सोलंकी ने कहा कि मंशा क्या होती है। हम तो कहते हैं सबका काम होना चाहिए। काम करने से मना किसने किया है। एक भी ऐसा काम है तो बताओ। चहेतों के वार्ड में ज्यादा व उनके वार्ड में काम कम होने संबंधी पार्षद जाखड़ की टिप्पणी पर सोलंकी ने कहा कि एस्टीमेट एईएन, जेईएन बनाते हैं, वो खुद नहीं। सोलंकी ने एईएन नरेन्द्र चौधरी से पूछा कि, क्या कभी उनको किसी वार्ड में काम करने मना किया है तो बताओ। इस पर एईएन बोले, काम के लिए कभी मना नहीं किया है।
बैठक में इन पर भी हुई चर्चा
-श्रेष्ठ तीन स्वच्छ वार्डों को मिलेगा पुरस्कार
-26 जनवरी को सम्मानित होंगे श्रेष्ठ 5 पार्षद
-आठ जमादारों को मिलेंगे स्मार्ट मोबाइल फोन
-अनुदान बढाने सरकार को भेजेंगे प्रस्ताव
-भूखंडों की नीलामी से जुटाएंगे राजस्व
-पट्टों की जांच करेगी तीन सदस्यीय कमेटी
-हर एक वार्ड में खर्च होंगे दस-दस लाख रुपए
-प्रतिष्ठानों से वसूला जाएगा 50 रुपए शुल्क
-एमजेएसए के तहत होगा तालाबों का विकास
-विभिन्न स्थानों की श्रेणी के काम होंगे निरस्त
-काम नहीं करने वाले ठेकेदार होंगे ब्लेक लिस्ट