जायल में भी प्रदर्शन
जायल। न्यू पेंशन स्कीम एम्पलॉइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान के आह्वान पर मंगलवार को कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर व कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया। जिला समन्वयक नेमाराम जाखड़ ने बताया कि २२ दिसम्बर २००३ को तत्कालीन वाजपेयी सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर १ जनवरी २००४ के बाद नियुक्त चपरासी से लेकर आईएएस तक सभी कर्मचारियों, अधिकारियों सहित देश की सीमाओं की रक्षा करने में प्राण न्यौछावर करने वाले अर्धसैनिक बलों की पेंशन बंद कर न्यू पेंशन योजना के नाम से एक म्यूच्यूअल फंड योजना थोप कर देश को चलाने वाले ६० लाख कार्मिकों की बुढ़ापे की लाठी छीन ली थी। सहदेव लोमरोड़ ने बताया कि देशी-विदेशी कॉरपोरेटस को फायदा पहुंचाने के लिए इस राष्ट्र विरोधी निर्णय द्वारा सरकारी मुलाजिमो के पेंशन बनवास के 15 वर्ष पूर्ण होने पर पेंशन विहीन कर्मचारी अधिकारियों ने काली पट्टी बांधकर कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मंत्रालयिक कर्मचारी तहसील संयोजक जितेन्द्र गर्ग, रमेशचन्द डूकिया, मगनीराम लोमरोड़, मूलचन्द लोमरोड़, ओमप्रकाश शर्मा, भवानीशंकर शर्मा, प्रभूराम शर्मा, लेखाधिकारी बंकटलाल रिणवां, पटवारी राकेश डूकिया, बृजमोहन भाटी, हुक्मीचन्द कड़वासरा, कैलाश खाती, कानसिंह शेखावत, सुशील शर्मा, महावीर ईशरावा, जयप्रकाश जाजड़ा सहित कई कर्मचारी उपस्थित थे।