यही कारण है कि अब नावां एवं कुचामन दोनों ही पंचायत समितियों पर भाजपा का बोर्ड बनता साफ नजर आ रहा है। नावां विधानसभा में हर चुनावों की इस बार भी दोनों बड़े राजनैतिक परिवार पंचायतीराज चुनावों में आमने-सामने थे। भाजपा के विजयसिंह चौधरी ने लगातार तीसरी बार कुचामन पंचायत समिति को भाजपा का बोर्ड बनाकर दिया है। पंचायत समिति के साथ-साथ जिला परिषद् सदस्यों में भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है। जबकि पिछले जिला परिषद् चुनावों में विधायक नहीं होते हुए भी महेन्द्र भाजपा को बहुमत मिलने के बावजूद अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को जिला प्रमुख बनाने में कामयाब हो गए थे।
लेकिन इस बार यह भी संभव नहीं हुआ। भाजपा के पूर्व विधायक विजयसिंह चौधरी की पुत्री सविता चौधरी भी वार्ड संख्या १८ से जीतकर अब प्रधान की दौड़ में आगे आ गई है। भाजपा को स्पष्ट बहुमत भी मिला है। हालांकि प्रधान की कुर्सी सामान्य महिला के लिए आरक्षित होने के चलते कुछ सामान्य महिलाओं में इस बार मंजू कंवर एवं निर्दलीय पवन कंवर समेत अन्य दावेदार भी सामने आकर प्रधान के लिए ताल ठोक रहे हैं।
इनका कहना
कांग्रेस और स्थानीय विधायक की नीतियों को जनता ने नकार दिया है। भाजपा पर जनता भरोसा जताया है। प्रधान के लिए अब जीते हुए सदस्य ही चर्चा करके सर्वसम्मति से तय करेंगे।
– विजयसिंह चौधरी, पूर्व विधायक नावां
जनता के फैसले का सम्मान करता हूं। भाजपा को बहुमत मिला है। क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
– महेन्द्र चौधरी, विधायक नावां