जिले में एक बार फिर बिगड़ रही स्थिति को देखते हुए व्यापार संगठनों ने खुद के स्तर पर प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लेना शुरू कर दिया है। शनिवार को नागौर कृषि मंडी व्यापार मंडल ने जहां 8 दिन तक मंडी बंद रखने का निर्णय लेकर इसकी शुरुआत की, वहीं रविवार को सुबह नागौर इलेक्ट्रॉनिक एसोसिएशन ने 12 जुलाई तक के अपने सभी शोरूम बन्द करने का सर्वसम्मति से निर्णय ले लिया।
वहीं शाम को मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज एवं सर्राफा एसोसिएशन ने 12 जुलाई तक अपने प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से बंद रखने का निर्णय लिया। व्यापार संगठनों का कहना है कि जिले एवं जिला मुख्यालय पर पिछले चार-पांच दिन से तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए संक्रमण की रोकथाम के लिए यह निर्णय लिया गया है। मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष दामोदर माण्डन ने बताया कि शहर में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं, जिस कारण आपसी सहमति से दुकानें बन्द रखने का निर्णय लिया है, ताकि बाजार में भीड़ कम हो।
12 जुलाई तक बंद रहेगी नागौर कृषि मंडी
जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में एक बार फिर तेजी से आ रहे कोरोना पॉजिटिव की संख्या को देखते हुए मंत्री व्यापारियों ने आठ दिन मंडी बंद रखने का निर्णय लिया है। नागौर कृषि मंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष मूलचंद भाटी ने बताया कि शनिवार को मंडी के सभी व्यापारी टेलीफोन द्वारा एवं वाट्सएप के माध्यम से हुई बातचीत के बाद कृषि मण्डी व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने 5 जुलाई से 12 जुलाई तक मंडी में पूर्णतया अवकाश रखने का निर्णय लिया है। अवकाश के दौरान कोई भी व्यापारी किसी भी प्रकार की कृषि जिंस की खरीद एवं बिक्री कृषि मंडी परिसर में नहीं करेगा। अध्यक्ष भाटी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने व बचाव को लेकर हमालों व मजदूरों को भी इसके लिए कहा गया है कि वे मंडी परिसर में नहीं आएं।