scriptबेमौसम बारिश से फसलें तबाह, जिलेभर के किसानों पर संकट | Crops destroyed due to unseasonal rains, distress on farmers | Patrika News

बेमौसम बारिश से फसलें तबाह, जिलेभर के किसानों पर संकट

locationनागौरPublished: Mar 26, 2020 03:36:09 pm

Submitted by:

shyam choudhary

बुधवार रात व गुरुवार को हुई बारिश ने बची कुची जीरा की फसल को किया खराब

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नागौर. बेमौसम बारिश से जिलेभर में रबी की फसलें खराब हो गई हैं। खासकर ईसबगोल व जीरा की फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है। इससे किसानों पर संकट आ गया है।

जिले के दधवाड़ा कस्बे सहित आसपास के गांवों तडक़े साढ़े चार बजे ही बादलों की तेज गडगड़़ाहट के साथ हल्की बारिश का दौर शुरू हो गया। बेमौसम बारिश से किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई। खेतों में खड़ी जीरा व ईसबगोल की फसल बारिश से पूरी तरह खराब हो गई। क्षेत्र में तडक़े शुरू हुआ बारिश का दौर दिनभर कभी तेज तो कभी धीमी गति से रुक-रुक कर जारी रहा। इसी प्रकार कुचेरा क्षेत्र में तेज गर्जना के साथ बारिश का दौर सुबह शुरू हुआ तो दिनभर जारी रहा, जिससे ईसबगोल के खेतों में भारी नुकसान हुआ है।
बड़ी खाटू कस्बे में देर रात से बरसात का दौर जारी है। मौसम में ठंडक बढऩे से लोगों में कोरोना वायरस के फैलने का भय भी बढऩे लगा, वहीं किसानों को फसलें खराब होने से चिंता सताने लगी है। बूङ़सू कस्बे में आधी रात से सुबह तक लगातार बारिश का दौर जारी रहा। तेज हवाओं के साथ तेज बारिश होने से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। किसानों के खेतों में ईसबगोल, गेहूं की फसलों की कटाई का कार्य चालू है। ऐसे में ईसबगोल कटाई कार्य के दौरान बारिश होने से सीटियां का दाना जमीन पर गिर गया है।
तरनाऊ कस्बे सहित आसपास के गांवों में गुरुवार तडक़े चार बजे तेज बारिश का दौर शुरू हुआ, जो रूक-रूक कर 11 बजे तक जारी रहा। बारिश से खेतों में खड़ी व कटी ईसबगोल, जीरा सहित कई प्रकार की फसलें खराब हो गई, जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई। किसानों ने कटी हुई फसल को तिरपाल से ढंकने का प्रयास भी किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। रोल कस्बे व आसपास के क्षेत्र में बारिश होने से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। इसी प्रकार डेह कस्बे में बरसात होने से किसानों में मायूसी छाई हुई है।
छोटी खाटू कस्बे में सुबह से बारिश का दौर चल रहा है। एक और तो कोरोना की महामारी और दूसरी तरफ बारिश से कस्बेवासियों में बीमारी का खौफ बढ़ गया है। जायल क्षेत्र में भी बारिश के चलते ईसबगोल की फसल खराब हो गई। रूण क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बरसात से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें हैं। उन्हें पकी हुई फसल बर्बाद होने का डर है।
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