जिला कलक्टर ने कहा कि यदि इस तूफान से कोई एरिया प्रभावित होता है तो सबसे पहले उस एरिया में स्थित कोविड अस्पताल और ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई को प्राथमिकता पर रखकर सबसे पहले चालू किया जाए और उसके बाद अन्य एरिया व आम उपभोक्ता की सप्लाई सुनिश्चित की जाए। कलक्टर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि उनकी विद्युत सप्लाई में कुछ विलंब होता है, तो वे इस महामारी को देखते हुए डिस्कॉम कर्मचारियों को अपना सहयोग दें।
जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित
चक्रवाती तूफान तौकते को देखते हुए विभिन्न सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। जिसके दूरभाष नंबर 01582-240830 तथा 01582-241057 है, इन नम्बर पर आपातकालीन स्थिति में आमजन संपर्क कर सकते हैं।
चक्रवाती तूफान तौकते को देखते हुए विभिन्न सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। जिसके दूरभाष नंबर 01582-240830 तथा 01582-241057 है, इन नम्बर पर आपातकालीन स्थिति में आमजन संपर्क कर सकते हैं।
एम्बुलेंस, जेनेरेटर सेट व अग्निशमन यंत्र सहित सभी इंतजाम हो सुनिश्चित
जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया को समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) व समस्त कोविड केयर कंसलटेशन केन्द्र तथा कोविड केयर केन्द्रों पर आवश्यक दवाइयां, इंजेक्शन, एम्बुलेंस, चिकित्सा स्टाफ, पर्याप्त पॉवर बैकअप, जेनेरेटर सेट (डीजी सेट) इन्वर्टर्स की व्यवस्था, अग्निशमन यंत्र सहित चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। इसके तहत जिले के सभी चिकित्साधिकारियों को कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए पर्याप्त क्षमता जेनेरेटर्स स्टेण्ड बाई मोड में रखे जाने, एम्बुलेंस सेवा, आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयां, इंजेक्शन (रेमडेसिविर सहित) आदि की पर्याप्त व्यवस्था ऑक्सीजन सिलेण्डर का पर्याप्त स्टॉक रखने, फायर सेफ्टी इक्यूमेन्ट तैयार रखने आदि के बारे में निर्देशित किया।
जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया को समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) व समस्त कोविड केयर कंसलटेशन केन्द्र तथा कोविड केयर केन्द्रों पर आवश्यक दवाइयां, इंजेक्शन, एम्बुलेंस, चिकित्सा स्टाफ, पर्याप्त पॉवर बैकअप, जेनेरेटर सेट (डीजी सेट) इन्वर्टर्स की व्यवस्था, अग्निशमन यंत्र सहित चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। इसके तहत जिले के सभी चिकित्साधिकारियों को कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए पर्याप्त क्षमता जेनेरेटर्स स्टेण्ड बाई मोड में रखे जाने, एम्बुलेंस सेवा, आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयां, इंजेक्शन (रेमडेसिविर सहित) आदि की पर्याप्त व्यवस्था ऑक्सीजन सिलेण्डर का पर्याप्त स्टॉक रखने, फायर सेफ्टी इक्यूमेन्ट तैयार रखने आदि के बारे में निर्देशित किया।
सडक़ मार्ग नहीं हो बाधित
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंताओं को राष्ट्रीय राजमार्गों, राजस्थान राज्य मार्ग, जिला सडक़ों एवं ग्रामीण सडक़ों पर तौकते चक्रवात के कारण पेड़ गिरने, विद्युत पोल गिरने, वर्षा से खाई पडऩे आदि से बाधित आवागमन को प्राथमिकता से बहाल करने के निर्देश दिए। ताकि किसी मरीज को लाने-ले जाने में एम्बुलेंस तथा अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए वाहन का संचालन में निर्बाध बना रहे। इसके लिए समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं करना तथा जिले को अजमेर, किशनगढ़, बीकानेर, जोधपुर से जोडऩे वाली सडक़ों पर विषेष ध्यान देने, ताकि ऑक्सीजन सिलेण्डर की आपूर्ति में बाधा नहीं पड़े। इसके लिए वैकल्पिक रास्तों का भी चिह्नीकरण किए जाने के निर्देश दिए।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंताओं को राष्ट्रीय राजमार्गों, राजस्थान राज्य मार्ग, जिला सडक़ों एवं ग्रामीण सडक़ों पर तौकते चक्रवात के कारण पेड़ गिरने, विद्युत पोल गिरने, वर्षा से खाई पडऩे आदि से बाधित आवागमन को प्राथमिकता से बहाल करने के निर्देश दिए। ताकि किसी मरीज को लाने-ले जाने में एम्बुलेंस तथा अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए वाहन का संचालन में निर्बाध बना रहे। इसके लिए समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं करना तथा जिले को अजमेर, किशनगढ़, बीकानेर, जोधपुर से जोडऩे वाली सडक़ों पर विषेष ध्यान देने, ताकि ऑक्सीजन सिलेण्डर की आपूर्ति में बाधा नहीं पड़े। इसके लिए वैकल्पिक रास्तों का भी चिह्नीकरण किए जाने के निर्देश दिए।