विद्युत निगम की लापरवाही से जा चुकी है कई जानें
विद्युत निगम की लापरवाही कइयों की जान लील चुका है। विद्युत निगम के कर्मचारियों द्वारा समय पर फाल्ट नहीं निकालना, ढीले तारों को सही नहीं करना भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। सथाना के लोगों ने बताया कि जब ट्रंासफार्मर के पास से लगते एक खेत की तरफ जा रहे चार पोल जिसमें कोई कनेक्शन नहीं है। उसके बावजूद पोल लगे हुए हैं और उनमें करंट चालू है। जिसका खामियाजा लाइनमैन को जान देकर चुकाना पड़ा है। लाइनमैन के साथ करंट का यह हादसा कोई नहीं है इससे पहले भी रियांबड़ी, बड़ायली, भैरूंदा, लिलिया में लाइनमैन करंट के शिकार होकर दुनिया समय पूर्व छोड़ चुके है। उनकी मौत के बाद भी जांच बैठी पर जांच के नतीजों को उनके परिजनों को आज भी न्याय नहीं मिला है। पूर्व भी रोहिसा में भी एक छत पर से गुजर रहे तार को समय रहते सही नहीं करने पर एक बच्ची के चपेट में आने से उसकी भी दर्दनाक मौत हो गई थी। लिलिया में भी करंट की चपेट में आने से एक लाइनमैन की दर्दनाक मौत हो गई थी और 6 घंटे तक खम्भे पर लटका रहा था। विद्युत निगम द्वारा कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण नहीं देने एवं ठेके पद्धति पर अकुशल तकनीकी कर्मचारियों को लगाना भी एक बड़ा कारण हादसा घटित होना है।
लाइनमैन के पिता की भी करंट से हुई थी मौत
मृतक लाइनमैन जमालुदीन के पिता सत्तार मोहम्मद भी लाइनमैन थे। उनकी भी करीब बारह बरस पहले रियांबड़ी जीएसएस में करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। जमालुदीन की नौकरी उसके पिता की जगह लगी हुई थी। पूर्व में रियांबड़ी जीएसएस पर कार्यरत था लेकिन पीछले एक वर्ष से सथानाकलां में कार्यरत था।