सोशल मीडिया की भ्रामक खबरेंं सीएमओ तक झगड़ा आपसी था, लेकिन इस वाकये को लेकर सोशल मीडिया में वायरल हुई खबरें सीएमओ तक पहुंच गईं। इन खबरों को अलग-अलग तरह से फैलाया गया जबकि मामला अड़ोस-पड़ोस के बीच छेड़छाड़ का था। बताया जाता है कि जयपुर से पुलिस के आला अधिकारी इस पर नागौर एसपी राममूर्ति जोशी से वस्तुस्थिति जानने में लग गए। देर शाम नागौर सीओ विनोद कुमार सीपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति स्पष्ट की।
एएसआई ने सोशल मीडिया पर दी रिपोर्ट कोतवाली एएसआई रामेश्वरलाल ने सोशल मीडिया पर झूठी भ्रामक खबर फैलाने का मामला दर्ज कराया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा कि किदवई नगर में मुस्लिम समाज के दो पड़ोसियों का झगड़ा था, अज्ञात के जरिए सोशल मीडिया पर झूठी-भ्रामक खबर जोधपुर के बाद नागौर में भी बवाल जैसी सूचना वायरल हो रही है। जिससे साम्प्रदायिक सौहार्द बिगडऩे की संभावना है। झूठी भ्रामक सूचना फैलाने का मामला दर्ज किया गया। सीआई ब्रिजेंद्र सिंह इसकी जांच करेंगे।
यह आरोप हैं दोनों पक्ष के लुहारपुरा मोहल्ला निवासी मोहम्मद अहसान (40) ने रिपोर्ट दी कि किदवई कॉलोनी में बन्धन बैंक के पास मोहल्ले की लड़कियां जा रही थी। उन पर आबिद ,अकरम ,उस्मान रजाक निवासी मोहम्मदपुरा मोहल्ला वालों ने भद्दे इशारे कर गलत टिप्पणी की। लड़कियों की शिकायत पर जब उनके पास गए तो एकबारगी तो मामला शांत हो गया। इसके करीब आधा घंटे बाद सद्दाम खान,निसार खान ,अकरम खान, इमरान खान, जप्पू खान, इदरिश, मकबूल खान पूर्व पार्षद आदि हथियारों से आए तथामोहम्मद फरहान ,अहमद नूर ,खालिद नूर के साथ मारपीट करनी शुरू करी दी। रफीक पेन्टर के घर में घुसकर पत्थरबाजी की। मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त कर दी। पुलिस आई तो ये भाग गए । दूसरे पक्ष की ओर से मकबूल खान ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वह, उसका भाई आबिद हुसैन खान व अन्य साथी ईद पर अपने रिश्तेदारों के घर मुकाबरबाद देने जा रहे थे। मोहम्मपुरा के पास सामने से जाबाज, भाई कैफ, चाचा पप्पू सरकार व अन्य आते दिखाई दिए। हमने ईद मुबारक कहा तो वो झगड़ा करने लगे और मारपीट की तथा हथियारों से घायल कर दिया। बाहर रखी गाडिय़ों पर तोडफ़ोड़ की।
पूर्व पार्षद समेत चार गिरफ्तार पुलिस ने पूर्व पार्षद मकबूल खान, आबिद हुसैन निवासी मोहम्मदपुरा मस्जिद के पास, अहमद नूर लुहारपुरा व मोहम्मद खालिद को गिरफ्तार किया है, शेष की तलाश की जा रही है।
ये हुए घायल इस उपद्रव में तीन जनों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। घायलों में फरहान, अहमद नूर व आबिद हुसैन शामिल थे, जिन्हें उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
इनका कहना आस-पड़ोस का मामला था। बालिकाओं से छेड़छाड़ का विवाद था। बाद में दोनों पक्षों में मारपीट, तोडफ़ोड़ के साथ पथराव हुआ। घायलों का उपचार कराया गया है, शांति भंग करने के आरोप में अभी चार जनों को गिरफ्तार किया गया है, शेष की तलाश की जा रही है। सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों से अनावश्यक माहौल खराब होता है।
-विनोद कुमार सीपा, सीओ नागौर ......................................................... सोशल मीडिया की भ्रामक खबरें घातक एसपी राममूर्ति जोशी का कहना है कि सोशल मीडिया पर भ्रामक/गलत खबरें वायरल होना समाज के लिए घातक है। कानून-व्यवस्था के साथ शांति बिगडऩे की आशंका रहती है। कुछ गलत मैसेज/खबरों से हालात खराब न हो जाएं, इसके लिए सबको सतर्क रहना चाहिए। किसी ऐसे भ्रामक संदेश को मानने से पहले उसकी सत्यता जाननी चाहिए। पुलिस ऐसे भ्रामक अथवा गलत संदेश देने वालों पर कठोर कार्रवाई करेगी।