Nagaur. दूरदर्शन में शिक्षा दर्शन के नाम से प्रसारण में बच्चों को सभी विषयों की कराई जाएगी पढ़ाईग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट की समस्या को देखते हुए शिक्षा विभाग ने फैसला लिया शिक्षा अधिकारियों को जारी किए आदेश
नागौर•Nov 24, 2020 / 09:08 pm•
Sharad Shukla
Nagaur. Doordarshan will now teach children up to 12th standard
नागौर. गांवों के दूरदराज या शहर के किसी भी कोने में मोबाइल पर इंटरनेट काम नहीं कर रहा है तो फिर कोई बात नहीं है। शिक्षा विभाग ने दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट की सीमित उपलब्धता के कारण बच्चों को टीवी पर पढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए प्रसार भारती शिक्षा विभाग को दूरदर्शन के माध्यम से शैक्षिक सामग्री के प्रसारण के लिए 195 मिनट का समय उपलब्ध करवाया है। अब दूरदर्शन से पहली से लेकर 12 तक के बच्चों की पढ़ाई कराएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर की ओर से प्रदेश के मुख्य जिला शिक्षाधिकारियों को इस आशय के दिशा-निर्देश 21 नवंबर को जारी कर दिए थे। जारी निर्देशों में सभी मुख्य जिला शिक्षाधिकारियों को कहा गया है कि वह शिक्षाधिकारियों के माध्यम से सभी बच्चों तक यह जानकारियां पहुंचाएं। ताकी बच्चे सुव्यवस्थित तरीके से पढ़ाई कर सकें। इस कड़ी में अब दूरदर्शन पर कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान की जाएगी। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दूरदर्शन राजस्थान पर कक्षा 9 से 12वीं तक के लिए दो घंटे का और कक्षा पहली से 8वीं तक के विद्यार्थियों के लिए सवा घंटे का विशेष शिक्षा दर्शन कार्यक्रम शुरू होगा। राजस्थान शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर, यूनिसेफ व अन्य पार्टनर के सहयोग से दूरदर्शन पर रोजाना दोपहर 12.30 से 2.30 बजे तक कक्षा 9 से 12 के लिए तथा 3 से 4.15 बजे तक कक्षा 1 से 8 तक के सामग्री का प्रसारण शिक्षा दर्शन कार्यक्रम के माध्यम से शुरू किया है, और सोमवार से इसका आगाज भी कर दिया गया है। इसमें सभी विषयों की पढ़ाई कराई जाएगीशिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रसारित होने वाले कार्यक्रम में कक्षा के हिसाब से विषयवार लगभग सभी बिंदुओं को छूने का प्रयास किया जाएगा। ताकी बच्चों को अपने सभी प्रश्नों का जवाब इसी में मिल जाए। इस दौरान विभाग की ओर से दूरदर्शन के माध्यम से पढऩे वाले बच्चों की समीक्षा करने के साथ उनसे इस संबंध में बाकायदा जानकारी भी जाएगी। बच्चों से विभाग की ओर से यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि दूरदर्शन के माध्यम से प्रसारित कार्यक्रमों से उनकी पढ़ाई की स्थिति में सुधार आया कि नहीं।इनका तो वर्कबुक के आधार पर भी होगा आंकलन शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 8 वीं तक के बच्चों का आंकलन वर्कबुक के आधार पर करेगा। ऑनलाइन शिक्षण के साथ ही बच्चों को घर पर पाठ्यपुस्तकें और वर्क बुक भी दी जाएगी। सिलेबस के मुताबिक तैयार वर्क बुक को हर विद्यार्थी को आवश्यक रूप से पूरा करना होगा। इन पुस्तिकाओं को विद्यार्थियों के कार्य के आधार पर आकलन किया जाएगा। बच्चे फोन पर ही अपने शिक्षक से बात कर अपने डाउट्स यानी शंकाओं का समाधान कर सकेंगे।अधिकारी कहिन…बच्चों को दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से पढ़ाई कराई जाएगी। इस पर काम भी शुरू कर दिया गया है। इसमें मोबाइल की भी समस्या नहीं रहेगी। बच्चों की पढ़ाई भी सहजता से हो सकेगी।संपतराम, सीडीईओ, समसा नागौर