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शहर में जल उपभोक्ताओं के हक पर यूं डाला जा रहा डाका

locationनागौरPublished: Jun 16, 2019 11:50:35 am

Submitted by:

Dharmendra gaur

नागौर शहर को पर्याप्त मात्रा में मीठा नहरी पानी मिल रहा है, फिर भी शहर की आधी आबादी की शिकायत है कि उनको पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता। आधा शहर पी रहा फोकट में पानी , शिकायत के अभाव में नहीं होती कार्रवाई

Nagaur water news

drinking water problem due to illegal water connection in nagaur

पत्रिका स्टिंग
नागौर. शहर को पर्याप्त मात्रा में मीठा नहरी पानी मिल रहा है, फिर भी शहर की आधी आबादी की शिकायत है कि उनको पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता। इसका मुख्य कारण है कुछ लोगों द्वारा जल का दुरुपयोग करना। नगर परिषद के शहरी जलप्रदाय योजना के अधिकारियों द्वारा पानी का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी भी बेसअर हो रही है। पत्रिका टीम ने शहर के कई वार्डों में जल कनेक्शन को लेकर जानकारी जुटाई तो काफी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। कई घरों में वैध के साथ अवैध कनेक्शन किया मिला तो कई घरों में एक साथ दो-दो अवैध कनेक्शन मिले। शिकायत के आधार पर विभाग ने गत वर्ष करीब दो दर्जन मामले भी दर्ज कराए।

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साढ़े छह हजार अवैध कनेक्शन
गोगेलाव स्थित डेम से शहर में पर्याप्त 18 से 20 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जा रही है, इसके बावजूद बाहरी क्षेत्रों में स्थित कॉलोनियों में अंतिम छोर पर बसे लोगों व शहर के भीतरी भागों में लोगों के घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। इसका सीधा कारण अवैध कनेक्शन व कुछ उपभोक्ताओं द्वारा पानी की बर्बादी करना है। शहर में अनुमानित 26 हजार परिवारों में से करीब 19 हजार 500 हजार मकानों में कनेक्शन है जबकि करीब 6500 हजार मकानों में कनेक्शन नहीं है, फिर भी वे अवैध रूप से पानी पी रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार शहर में संचालित आरओ प्लांट भी किसी न किसी रूप में पानी की चोरी कर चांदी कूट रहे हैं।

 

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व्यावसायिक गतिविधियों में दुरुपयोग
विभाग के अनुसार शहर में कुल 19 हजार 500 घरेलू, 865 वाणिज्यिक व सरकारी कनेक्शन है। जबकि हकीकत यह है कि शहर में गैराज, होटल, मैरिज गार्डन, फैक्ट्रियों में पानी के अवैध कनेक्शन लिए हुए हैं। जल आधारित व्यावसायिक गतिविधियां भी बड़े स्तर पर होती है। इसके बावजूद विभाग के रिकॉर्ड में ऐसे कनेक्शनों की संख्या हजार से कम है। बिजली चोरी की तर्ज पर पानी चोरी को लेकर कड़ा प्रावधान नहीं होने से पानी चोरी के मामलों को पुलिस भी गंभीरता से नहीं लेती। नगर परिषद अवैध कनेक्शन नियमित कर लाखों रुपए का राजस्व वसूलती है, इसके बावजूद अवैध कनेक्शन की संख्या में कमी नहीं होती।

 

दर्ज करवाएंगे एफआईआर
अवैध कनेक्शन से पानी चुराकर राजस्व को हानि पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। किसी भी प्रकार से पानी चोरी करते पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
जोधाराम विश्नोई, आयुक्त, नगर परिषद नागौर

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