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रोडवेज की कमाई पर डाका

locationनागौरPublished: Sep 26, 2017 12:55:00 pm

Submitted by:

Sandeep Pandey

निजी सवारी वाहन लगा रहे चपत, 50 लाख रुपए से अधिक राजस्व की चपत

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मकराना. जिनके जिम्मे कार्रवाई करनी हो जब वो ही कर्तव्य निवर्हन में कथित लापरवाही बरत मूकदर्शक बने रहे तो ऐसे में सरकार को राजस्व में चपत लगाने वालो के हौंसले बुलंद क्यों ना हो। बात हो रही है रोडवेज बस स्टैण्ड के सामने गैर कानूनी तौर पर खड़े होकर अवैध रूप से यात्रियों को भरकर ले जाने वाली निजी बस एवं सवारी टैक्सियों की। एक ओर रोडवेजकर्मी रोडवेज बस स्टैण्ड के एक किलोमीटर की परिधि में किसी भी निजी सवारी वाहन के लोगों से पैसा वसूल कर अपने वाहन में उन्हें बैठाकर यात्रा करवाने या इस सीमा के भीतर सवारियों को उतारने को अवैध बता पुलिस एवं परिवहन विभाग की कथित मिलीभगत के चलते ऐसे वाहन चालकों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने से प्रतिवर्ष रोडवेज को लाखों रुपए के राजस्व हानि को लेकर अवगत कराया। ऐसे वाहन चालकों को रोडवेज बस स्टैण्ड की परिधि में खड़े होने से रोकने पर उनके मारपीट पर उतारू होने को लेकर भी जानकारी दी।

रोडवेजकर्मियों ने बताया कि रोडवेज को सवारियों से जहां प्रतिदिन 30 हजार रुपए की आय होनी चाहिए वहीं बस स्टैण्ड के सामने अवैध रूप से खड़े एवं सवारियों को भरकर ले जा रहे निजी वाहनों के चलते रोडवेज को कम सवारियां मिलने से मात्र 15 हजार रुपए के लगभग ही रोजाना मिल पाते हैं। जिससे प्रतिमाह रोडवेज को साढ़े चार लाख रुपए एवं प्रतिवर्ष 54 लाख रुपए की राजस्व हानि हो रही है।
यात्रियों का बीमा भी नहीं

रोडवेजकर्मियों के अनुसार गैर कानूनी रूप से संचालित ऐसे सवारी वाहनों के कभी दुर्घटनाग्रस्त हो जाने एवं उसमें बैठे किसी यात्री की मृत्य हो जाने से उन्हें किसी भी प्रकार का कोई भी मुआवजा ऐसे वाहन संचालकों की ओर से नहीं दिया जाता जबकी रोडवेज में बैठे यात्री जिसके पास टिकिट हो एवं यात्रा के दौरान दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो जाए तो रोडवेज उसके परिजनों को दो लाख रुपए की मुआवजा राशि देती है।

ठसाठस भरकर ले जाते हैं सवारी

रोडवेज बस स्टैण्ड के सामने से अवैध रूप से खड़े होकर यहां से सवारियों को भरकर ले जाने वाले ऐसे वाहन चालक कई बार अपने वाहन में सवारियों को ठसाठस भर लेते है तो कई बार यात्रियों की जान की परवाह किए बिना उन्हें जीप एवं बस की छतों पर भी बैठा देते हैं। पुलिस थाना एवं परिवहन विभाग कार्यालय के सामने दिन में कई बार ऐसे वाहनों की आवाजाही होने के बावजूद दोनों महकमों के अधिकारियों के आंखों पर पट्टी बंधी होने के चलते उन्हें यह दृश्य संभवत: नजर नहीं आने से जल्दी जाने के फेर में ऐसे वाहनों में बैठे यात्रियों की जान की जोखिम पल-पल बनी रहती है।
अवैध बसें एवं टैक्सियां

रोडवेज बस स्टैण्ड कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार रोडवेज बस स्टैण्ड के सामने अवैध रूप से खड़े होने वाली मकराना से कुचामन के लिए 8 बस एवं 24 निजी टैक्सी जिनमें कई बिना परमिट संचालित हो रही है। इसी तरह मकराना से किशनगढ़-अजमेर के लिए 26 बस, मकराना से सुजानगढ़ के लिए 4 बस एवं मकराना से सीकर के लिए 2 बस प्रतिदिन बेरोकटोक संचालित हो रही है।

इनका कहना है:
रोडवेज बस स्टैण्ड के सामने खड़े अवैध सवारी वाहन चालकों को रोकने पर वे लड़ाई-झगड़े पर उतारू हो जाते है वहीं पुलिस थाना एवं परिवहन विभाग कार्यालय के सामने से ऐसे वाहनों के गुजरने के बावजूद दोनों विभागों के मूकदर्शक बने रहने से उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।

गोकुल सिंह, रोडवेज बुकिंग क्लर्क

आरोप तो कोई भी लगा सकता है। ऐसे वाहन चालकों को पाबंद किया जाएगा एवं नहीं मानने पर उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
शिवनारायण, परिवहन उप निरीक्षक

आरोप निराधार है, रोडवेज को चपत लगा नियम विरूद्ध चल रहे ऐसे यात्री सवारी वाहनों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

गोमाराम चौधरी, थानाधिकारी

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