एक अरब का लक्ष्य मार्च तक पूरा करने में जुटा यह विभाग

सीमित संसाधनों के बावजूद पहाड़ सा लक्ष्य ,कार्य क्षेत्र का दायरा कम फिर भी लक्ष्य बड़ा, एक अरब का लक्ष्य पाने में जुटा विभाग
नागौर. परिवहन विभाग की ओर से चालू वित्त वर्ष के लिए रखे गए राजस्व लक्ष्य ने अधिकारियों की उड़ा दी है। पहाड़ सा लक्ष्य पूरा करने को लेकर यह अंतिम महीना होने के कारण अधिकारियों व कर्मचारियों की दौड़ धूप तेज हो गई है। नागौर परिवहन कार्यालय के लिए गत वर्ष से 18 करोड़ रुपए बढ़ाकर मार्च 19 तक 1 अरब 3 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया है। यह अलग बात है कि विभाग ने इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए तकनीकी साधन व मानव संसाधन नहीं बढ़ाए। ऐसे में काम का दबाव जिला परिवहन अधिकारी व निरीक्षकों पर है। चालू वित्त वर्ष में फरवरी तक 85.41 करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध 74.97 लाख का राजस्व अर्जित किया है।
कम हुआ यातायात दबाव
नागौर को वर्ष 2017-18 में 85 करोड़ 44 लाख का लक्ष्य दिया गया था, जिसके विरूद्ध विभाग ने लक्ष्य से करीब 3 करोड़ अधिक के साथ 88 करोड़ 62 लाख राजस्व संग्रहित किया। विभाग ने अकेले नागौर परिवहन जिले (खींवसर, नागौर, मेड़ता, डेगाना व जायल तहसील) को 1 अरब 3 करोड़ का लक्ष्य दिया है जो कि गत वर्ष के लक्ष्य से 18 करोड़ ज्यादा है। आरटीओ क्षेत्र अजमेर के नागौर का लक्ष्य डीडवाना परिवहन जिले से दुगुना दिया जाता है, जबकि डीडवाना के पास भी लाडनूं, मकराना, कुचामन, नावां आदि 5 तहसीलें है। नावां में नमक उद्योग व मकराना में मार्बल उद्योग के चलते यातायात काफी रहता है। डीडवाना को इस बार 62.54 करोड़ का लक्ष्य दिया गया है।
मार्च में लगाना पड़ेगा दम
नागौर, डीडवाना में निरीक्षकों के कई पद वर्षों से खाली है। ऐसे में लक्ष्य को पूरा करना भी एक बड़ी चुनौती है। डीटीओ नागौर व डीडवाना व उप परिवहन कार्यालय मेड़ता में लम्बे समय से पर्याप्त स्टाफ नहीं होने से लक्ष्य पूरा होना तो दूर आम आदमी के लाइसेंस, वाहन पंजीयन जैसे काम करने में ही विभाग को पसीना आ जाता है। नागौर में कम स्टॉफ होने के बावजूद एक अरब 3 करोड़ का मोटा लक्ष्य दिया गया है जिसे उप निरीक्षकों की सीमित संख्या के कारण पूरा कर पाना संभव नहीं हो पाता।
लक्ष्य पूरा करने में आता पसीना
विभागीय सूत्रों का कहना है कि बीकानेर-बाड़मेर मेगा हाइ वे बनने से गंगानगर, हनुमानगढ़ व पंजाब-हरियाणा की ओर से आने वाले ट्रक इस मार्ग से गुजरात,महाराष्ट्र की तरफ चले जाते हैं जबकि पहले ये वाया नागौर होकर जाते थे। नागौर का दायरा श्रीबालाजी से बाड़ी घाटी तक ही है। इसी प्रकार अजमेर से आने वाले वाहन अजमेर-किशनगढ़-डीडवाना होकर हनुमान गढ़ चले जाते हैं। मेगा हाइ वे डीडवाना परिवहन जिले के अंतर्गत आता है। अधिकारियों की कमी के चलते लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता।
नागौर में यूं बढ़ता गया हर वर्ष लक्ष्य (करोड़ों में)
2018-19 103.56
2017-18 85.44
2016-17 83.21
2015-16 68.84
2014-15 60.14
2013-14 50.52
2012-13 43.21
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