दुर्गाष्टमी पर नन्ही बालिकाओं की पूजा-अर्चना कर भोजन कराने की परम्परा है। शनिवार को कई जगह कन्या पूजन किया गया। मां के साधक आमतौर पर नौ कन्या व दो भैरू के निमित्त नौ की संख्या में बालिकाओं व दो बालकों को भोजन परोसते हैं। बालिकाओं को चुनरी, कुमकुम, बिंदिया, चूडिय़ां व अन्य चीजें उपहार में दी गई।