किसानों को मारवाड़ के इस कल्पवृक्ष से दो फायदे होते हैं। लूंग पशुओं को खिलाया जाता है और टहनियां ईंधन के रूप में काम में लेते हैं। विश्नोई समाज नहीं करता खेजड़ी की छंगाई
मारवाड़ में विश्नोई समाज के लोग खेजड़ी की छंगाई या कटाई को अपराध मानते हैं। गुरु जंभेश्वर भगवान ने १७ नियमों के पालन में खेजड़ी को काटना वर्जित बताया था। गुरु के बनाए नियमों की पालना के लिए इस वृक्ष की छंगाई विश्नोई समाज नहीं करता है।
फोटो कैप्शन आर एल २०११०२,३,४ रूण. खेजड़ी की छंगाई करते किसान