निर्वाचन आयोग ने कहा कि उनके ध्यान में आया है कि मतदानकर्मियों द्वारा धीमी गति से मतदान कार्य किए जाने के कारण मतदान केन्द्रों पर भीड़ एकत्र हो जाती है, जिससे मतदान कार्य निर्धारित समय के बाद भी जारी रहता है एवं कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। आयोग ने मतदान दलों को मतदन कार्य पूर्ण सावचेती व उचित गति से करने के निर्देश दिए हैं।
प्रथम चरण का चुनाव होने के बाद सामने आई खामियों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि 17 जनवरी के चुनाव में सामने आया कि मतदान दलों ने सरपंच से पहले वार्ड पंचों के मतों की गणना की, जबकि आयोग के निर्देशानुसार पहले सरपंच के मतों की गणना की जाए तथा सरपंच की घोषणा करने के बाद वार्ड पंचों के मतों की गणना की जाए, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। अन्यथा मतदान केन्द्रों पर भीड़ जमा हो जाती है, जिससे कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।