Nagaur. रात में अघोषित शटडाउन व सुबह घोषित शटडाउन के बाद भी पूरे दिन बारिश के शटडाउन क़ी चपेट में रहा शहर
- शहर के कई इलाकों मे पूरी रात अंधेरा रहा, इंदिरा कॉलोनी वाले फीडर से क्षेत्र 27 घंटे बिजली से कटा रहा
- रखरखाव के नाम पर की जाने वाली तैयारियों की खुली पोल
नागौर
Updated: June 20, 2022 09:16:57 pm
नागौर. शहर में शनिवार को रात्रि आई हल्की बारिश में डिस्कॉम के तैयारियों की पोल खुल गई। जिला मुख्यालय के इंदिरा कॉलोनी फीडर से जुड़े क्षेत्र पूरी रात्रि अंधेरे में डूबे रहे। स्थिति यह रही करीब 27 घंटे तक यह इलाके पूरी तरह से डिस्कॉम से कटे रहे। शहर के अन्य क्षेत्रों में भी कुछ जगहों पर घंटों बिजली गायब रही। इसके कारण लोग गर्मी एवं उमस से परेशान डिस्कॉम को कोसते रहे। यह हालात तब है जबकि फाल्ट को दुरुस्त करने के लिए एफआरटी टीम सहित कनिष्ठ अभियंताओं पर प्रतिमाह हजारों की राशि का वहन करती है। इसके बाद भी बिजली व्यवस्था का पूरी तरह पटरी से उतरा रहना शहरवासियों के समझ से परे रहा।
हल्की बारिश में शहर की बिजली व्यवस्था पटरी से उतर गई। शनिवार रात्रि में अघोषित शटडाउन व सुबह घोषित शटडाउन के बाद भी रविवार को दोपहर में लगभग तीन बजे तक शहर के कई इलाके बारिश के शटडाउन की चपेट में आने से बिना बिजली के रहे। गर्मी एवं उमस की तपिश से परेशान हालात में एफआरटी टीम से लेकर कनिष्ठ अभियंता एवं नियंत्रण कक्ष तक से भी उपभोक्ताओं को कोई राहत नहीं मिली। बताया जाता है कि रात्रि में दस बजे से लेकर 12 रात्रि बजे के बीच बिजली की आपूर्ति व्यवस्था पटरी से उतरी तो फिर सुव्यवस्थित नहीं हो पाई। यह हालात शहर की इंदिरा कॉलोनी फीडर से जुड़े इलाकों के रहे। इन इलाकों में चौबीस घंटों से भी ज्यादा समय तक बिजली के अभाव में लोगों को अत्याधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इंदिरा कॉलोनी फीडर से जुड़े इलाकों में व्यास कॉलोनी, प्रतापसागर कॉलोनी एवं इसके आसपास के क्षेत्रों में बिजली के अभाव में गर्मी एवं उमस से परेशान लोगों की स्थिति बिगड़ गई। विशेषकर छोटे बच्चों एवं महिलाओं की हालत ज्यादा खराब रही। इस दौरान रह-रहकर हो रही हल्की बारिश भी गर्मी से परेशान लोगों को राहत नहीं दिला पाई। प्रतापसागर कॉलोनी के मुकेश एवं ललित ने बताया कि उनकी ओर से डिस्कॉम को इसकी जानकारी दिए जाने के बाद भी बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुचारु नहीं हो पाई।
अघोषित कटौती पर भी होना चाहिए कार्रवाइयों का प्रावधान
डिस्कॉम की ओर से मानसून से पूर्व हर साल तैयारियों के दावे किए जाते हैं। इसी तैयारियों व रखरखाव के नाम पर डिस्कॉम की ओर से घंटों बिजली की आपूर्ति अक्सर बंद कर दी जाती है। इस प्रकार की घोषित कटौतियों के बाद भी अघोषित कटौती से शहर के विभिन्न इलाके आज भी जूझ रहे हैं। नया दरवाजा क्षेत्र के रमेश से बातचीत हुई तो कहा कि बिजली बिल का बकाया रहता है तो बिजली कनेक्शन कट कर दिया जाता है। अब ऐसे में बिना बताए बिजली आपूर्ति ठप होने पर भी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाइयों के प्रावधान होने चाहिए। आखिर सरकार इन अभियंताओं की तैनातगी एवं रखरखाव के नाम पर निजी एजेंसी अनुबंधित करने का व्यय वसूली भी बिजली से ही की जाती है तो फिर इनके खिलाफ अघोषित कटौती पर कार्रवाइयां क्यों नहीं की जाती है।
डिस्कॉम जिम्मेदारों के नाम-नंबर क्षेत्रों में कराए चस्पॉ
शहरवासियों के अनुसार डिस्कॉम को संबंधित फीडर क्षेत्र में तैनात एवं एफआरटी टीम के प्रभारियों के नाम व मोबाइल नंबर चस्पॉ कराने चाहिए। ताकी लोग बिजली से संंबंधित समस्याओं के लिए क्षेत्रीय जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी दे सकें। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि उनकी ओर से अधिकारियों व एफआरटी के जिम्मेदारों के नाम व नंबर से अंकित पर्चे वितरित कराए हैं।अब यह पर्चे कहां वितरित हुए हैं, किसको मिले हैं इसकी जानकारी तो डिस्कॉम अधिकारियों के पास भी नहीं है। लोगों का कहना है कि पुलिस की बीट की तर्ज पर बिजली विभाग को भी संबंधित क्षेत्रों में जिम्मेदारों के नंबर सार्वजनिक रूप से चस्पॉ कराने चाहिए। जनता की कॉल का जवाब नहीं दिए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ शिकायत से संबंधित अधिकारी के नाम व नंबर भी होने चाहिए। इससे लोग अपनी समस्या डिस्कॉम अधिकारियों से साझा कर सकेंगे।
इनका कहना है...
डिस्कॉम की ओर से टोल फ्री नंबरों के साथ ही एफआरटी टीम एवं कनिष्ठ अभियंतओं के नंबर वाले पर्चे शहर में वितरित कराए गए हैं। इन नंबरों पर लोग कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
अर्जुनसिंह राठौड़, सहायक अभियंता अजमेर-नागौर डिस्कॉम
सबसे लोकप्रिय
शानदार खबरें
मल्टीमीडिया
Newsletters
Follow Us
Download Partika Apps
Group Sites
Top Categories
Trending Topics
Trending Stories
बड़ी खबरें