scriptअगले महीने अयोध्या जाएगा आबकारी दल | Excise team will go to Ayodhya next month | Patrika News

अगले महीने अयोध्या जाएगा आबकारी दल

locationनागौरPublished: Apr 14, 2021 11:43:45 pm

Submitted by:

Ravindra Mishra

नागौर. अब अयोध्या के बाहुबली की सम्पत्ति की कुर्की/नीलामी की जानकारी लेने के लिए अगले महीने आबकारी दल वहां जाएगा।

 nagaur

आबकारी दल वहां जाएगा।

सूत्रों के अनुसार बाहुबली राजेश कुमार निगम मूलत: अयोध्या (फैजाबाद) का रहने वाला है। वर्ष 1999 से 2001 तक दो साल का पूरे नागौर जिले का ठेका लेने के बाद उस पर राजस्थान सरकार का 23 करोड़ का बकाया था, जो अब तक ब्याज व जुर्माना सहित 104 करोड़ तक पहुंच गया। दो बार स्टे लाने के बाद अब मामला फिर अयोध्या कलक्टर के हाथ आ गया है और उसकी सम्पत्ति की कुर्की शुरू कर दी गई है। अभी अयोध्या के अलका टॉवर की नीलामी होनी है। इसके साथ अन्य सम्पत्तियों के बारे में जानकारी के लिए संभवतया यह दल भेजा जा रहा है। साथ ही बाहुबली के वारिसों तक विभाग की ओर से कुछ राहत संबंधी शर्त भी पेश की जाएगी। गौरतलब है कि बाहुबली राजेश कुमार निगम की मौत हो चुकी है, उसकी पत्नी और पुत्र ही यह बकाया चुकाएंगे। फिलहाल सम्पत्ति की नीलामी से राजस्थान का डूबा पैसा वापस आने की संभावना है।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 14 अप्रेल के अंक में ‘अब होगी बाहुबली की सम्पत्ति नीलाम, आबकारी विभाग को मिलेगा 104 करोड़ का बकाया ’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिला आबकारी अधिकारी मोहनराम पूनिया ने बताया कि अगले महीने आबकारी विभाग की टीम इस मामले में अयोध्या जाएगी। यह टीम वहां चल रही कार्रवाई की जानकारी जुटाएगी।
अब शेष दुकानों की नीलामी 17 को

नागौर. शराब की शेष 38 दुकानों की नीलामी 17 अप्रेल को होगी। यह नीलामी का छठा चरण है। पहली बार हो रहे ई-ऑक्शन में शराब के ठेकेदार कोई खासी रुचि नहीं दिखा रहे हैं। पांच बार हो चुकी नीलामी में भी पूरी दुकानें नहीं उठ पाई।
सूत्रों के अनुसार पिछली बार पांचवे चरण में भी 72 दुकानों में से केवल 34 की बिकवाली हुई थी। उनमें भी तीस दुकानें लगभग रिजर्व प्राइस पर बिकी। जबकि सरकार ने दुकानें जल्द से जल्द बिके इसके लिए काफी रियायत की थी। एक अप्रेल की नीलामी में बोलीदाता को विशेष राहत देते हुए बोली छूटने के बाद खरीदार के किसी कारण हटने पर दूसरे नंबर के ठेकेदार को उसकी रेट पर दुकान देना तक तय तक हो चुका था। दस अप्रेल को इन 72 दुकानों की नीलामी के दौरान 67 दुकानों की रिजर्व प्राइस और कम्पॉजिट फीस में बीस फीसदी की कमी तक कर दी गई। इसके बाद भी 38 दुकान नहीं बिक पाईं। अब इन दुकानों की नीलामी होनी है। आबकारी विभाग को उम्मीद है कि अबकी बार सभी दुकानें उठ जाएंगी। असमंजस के साथ कोरोना काल का घाटा और नए सिस्टम में नुकसान की आशंका ने भी कई ठेकेदारों को लगता है शराब के कारोबार से अलग कर दिया है। बताया जाता है दुकानों का एमाउण्ट बढ़ाना, कोरोना में बिक्री कम से घाटा ज्यादा लगने के साथ नए सिस्टम में पेनल्टी समेत अन्य ज्यादा की आशंका भी ठेकेदार को इससे दूर रख रही है।
इनका कहना है
ई-ऑक्शन के छठे चरण में शेष 38 दुकानों की बोली लगेगी। संभवतया यह पहला मौका है जब नीलामी को लेकर इतना समय लग रहा है, खरीदार कम आ रहे हैं। इस बार शायद सारी दुकानें उठ जाएं, वैसे सरकार ने शराब के ठेकेदारों को काफी राहत दी है।
-मोहनराम पूनिया, जिला आबकारी अधिकारी, नागौर।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो