नागौरPublished: Jul 29, 2018 12:53:31 pm
shyam choudhary
आईसीडीएस की ओर से 1 से 7 अगस्त तक मनाया जाएगा विश्व स्तनपान सप्ताह, सात दिनों तक जिले भर के आंगनबाड़ी क्षेत्रों में चलेंगे कार्यक्रम
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नागौर. नवजात बच्चों में एनीमिया, नाटापन एवं समुचित पोषण के अभाव में बढ़ती मृत्यु दर पर रोकथाम के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह चलाया जाएगा। इस दौरान महिलाओं का, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को स्तनपान की महत्ता समझाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उनके घरों पर पहुंचेंगी। आंगनबाडिय़ों में प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। गांवों में विभिन्न स्थानों पर महिलाओं के साथ बैठकें कर उनको इस संबंध में सिलसिलेवार जानकारी दी जाएगी। विभागीय अधिकारियो के अनुसार कई नवजात बच्चों को मां का दूध नहीं मिलने से उनके शरीर में समुचित पोषण के अभाव में बीमारियां होने लगती है। खून की कमी के साथ ही बच्चों के ग्रोथ पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ता है। इससे कई बच्चे अक्सर असमय मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। विभाग की ओर से इस संबंध में प्रदेश के विभिन्न जिलों में सर्वे कराया गया था। सर्वे रिपोर्ट में मां का दूध नहीं मिलने से बच्चों के कुपोषित होने तथा उनकी असमय मृत्यु के तथ्य सामने आए। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने प्रदेश में एक सात अगस्त तक चरणबद्ध तरीके से विश्व स्तनपान सप्ताह मनाने के निर्देश सभी उपनिदेशकों को दिए हैं। इस दौरान प्रतिदिन सभी केन्द्रों के कार्यकर्ताओं की गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी।
यह रहेगा कार्यक्रम
पहले दिन स्तनपान पर समुदाय के संवेदीकरण का कार्यक्रम होगा। दूसरे दिन गर्भवती महिलाओं से व्यक्तिगत स्तर पर मुलाकात कर उन्हें मां के दूध की महत्ता बताई जाएगी। तीसरे दिन स्तनपान पर वृद्धि निगरानी आधारित परामर्श देना। चौथे दिन स्वस्थ बालक प्रतियोगिता कराई जाएगी। पांचवें दिन ऑडियो विजुअल के माध्यम (पोस्टर, दीवार लेखन आदि) से स्तनपान पर समुदाय का संवेदीकरण किया जाएगा। छठें दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्तनपान पर प्रदर्शनी लगाी जाएगी। सातवें दिन किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं के साथ स्तनपान पर प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम होगा।
प्रतिदिन समीक्षा
एक से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान जिले भर में अलग-अलग कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रमों की प्रतिदिन समीक्षा की जाएगी।
दुर्गासिंह उदावत, सीडीपीओ, आईसीडीएस नागौर