scriptश्रावक-श्राविकाओं को समझाई समय की महत्ता | Explanation of the importance of time to the Shravak-Shravakas | Patrika News

श्रावक-श्राविकाओं को समझाई समय की महत्ता

locationनागौरPublished: Oct 12, 2018 06:18:39 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानकवासी जयमल जैन श्रावक संघ की ओर से जयमल जैन पौषधशाला में चल रहे चातुर्मास में 11 गणधर तप आराधक सम्मानित

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नागौर. अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानकवासी जयमल जैन श्रावक संघ की ओर से जयमल जैन पौषधशाला में आयोजित चातुर्मास में गुरुवार को 11 गणधर तप आराधकों के सम्मान से पूरा माहौल आस्था के रंग में रंगा नजर आया। इस दौरान जैन समणी सुगमनिधि ने श्रावक-श्राविकाओं को समय की महत्ता समझाई। उन्होंने भगवान महावीर स्वामी का उद्धरण देते हुए कहा कि महावीर स्वामी ने भी कहा था कि प्रमाद मत करो। प्रमाद करने पर सत्कर्म का मूल स्वरूप बदल जाता है। समणी सुगमनिधि ने कहा कि शरीर से निकलने के बाद चेतना जैसे वापस नहीं आती है, उसी प्रकार गया हुआ समय भी लौटकर नहीं आता है। तप आराधकों के सम्मान के लाभार्थी लीलादेवी, नरपतचंद चौरडिया परिवार, संजूदेवी, राजेशकुमार चौरडिया परिवार सूरत, तीजादेवी पींचा परिवार एवं प्रवचन की प्रभावना के लाभार्थी ताराचंद, निर्मलचंद, नरपतचंद, सुशीलकुमार, चौरडयि़ा परिवार तथा दर्शन प्रतिमा के लाभार्थी मदनदेवी ललवानी परिवार बैंगलोर था। इसमें प्रकाशचंद बोहरा, मेघराज चौरडयि़ा, किशोरचंद ललवानी, ज्ञानचंद माली आदि उपस्थित थे।

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