एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला ने बताया कि तीनों नौकर लूट को अंजाम देने के बाद किराए की गाड़ी से जयपुर गए और जयपुर से पंजाब के लिए बस में बैठकर रवाना हो गए। पुलिस ने सीसी टीवी फुटेज व मुखबिरी तंत्र के माध्यम से प्रकरण दर्ज होने के 30 घंटे के भीतर तीनों आरोपियोंं को पंजाब के अबोहर से दबोच लिया।
एसपी सिंगला ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नेपाल निवासी रमेश बोहरा उर्फ उमेश, तेज बोहरा एवं तेजभूल उर्फ राकेश सारकी शामिल हैं। तीनों के कब्जे से लूटे गए करीब 3 किलोग्राम सोने के जेवरात व कुल नगदी में से 9 लाख 80 हजार रुपए अब तक बरामद किए जा चुके हैं।
प्लानिंग के साथ दिया वारदात को अंजाम
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि करीब 20-25 दिन पहले वे अपने दो नेपाली मित्रों गणेश व हिमाल के साथ योजनाबद्ध रूप से पंजाब में लूट की घटना को अंजाम देने के लिए पूरी योजना तैयार की। इसके बाद 21 जनवरी को तेज बोहरा को गरीबराम मण्डा के फार्म हाउस पर नौकरी करने लगाया। तेज बोहरा ने रमेश व तेजभूल को गरीबराम मंडा के घर बुलाया और मंडा को भरोसे में लेकर दोनों को नौकरी पर रखवा दिया। इसके बाद तीनों ने 4 फरवरी को नशीली दवा का इंतजाम भी कर लिया। 6 फरवरी को गरीबराम के घर पर अकेला होने का मौका देखकर शाम को दूध में नशीली दवा मिलाकर बेहोश कर दिया और घर में रखे सारे जेवर व लकदी लूट कर फरार हो गए।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि करीब 20-25 दिन पहले वे अपने दो नेपाली मित्रों गणेश व हिमाल के साथ योजनाबद्ध रूप से पंजाब में लूट की घटना को अंजाम देने के लिए पूरी योजना तैयार की। इसके बाद 21 जनवरी को तेज बोहरा को गरीबराम मण्डा के फार्म हाउस पर नौकरी करने लगाया। तेज बोहरा ने रमेश व तेजभूल को गरीबराम मंडा के घर बुलाया और मंडा को भरोसे में लेकर दोनों को नौकरी पर रखवा दिया। इसके बाद तीनों ने 4 फरवरी को नशीली दवा का इंतजाम भी कर लिया। 6 फरवरी को गरीबराम के घर पर अकेला होने का मौका देखकर शाम को दूध में नशीली दवा मिलाकर बेहोश कर दिया और घर में रखे सारे जेवर व लकदी लूट कर फरार हो गए।
टैक्सी कार के चालक को बनाया
एसपी सिंगला ने बताया कि लूट के बाद जिस टैक्सी को किराए किया, उसे भी बनाया गया। एक आरोपी लकवे का मरीज बना और बुटाटी धाम पर आना बताया। लकवे के मरीजों के लिए बुटाटी धाम प्रसिद्ध होने के चलते टैक्सी चालक ने भी शक नहीं किया, क्योंकि रोजाना सैकड़ों लकवा मरीज बुटाटी आते हैं। वहीं एक आरोपी ने महिला का वेश धारण कर लिया और तीसरा आरोपी रिश्तेदार बना, जिसके चलते टैक्सी चालक तीनों को जयपुर छोडऩे के लिए तैयार हो गया।
एसपी सिंगला ने बताया कि लूट के बाद जिस टैक्सी को किराए किया, उसे भी बनाया गया। एक आरोपी लकवे का मरीज बना और बुटाटी धाम पर आना बताया। लकवे के मरीजों के लिए बुटाटी धाम प्रसिद्ध होने के चलते टैक्सी चालक ने भी शक नहीं किया, क्योंकि रोजाना सैकड़ों लकवा मरीज बुटाटी आते हैं। वहीं एक आरोपी ने महिला का वेश धारण कर लिया और तीसरा आरोपी रिश्तेदार बना, जिसके चलते टैक्सी चालक तीनों को जयपुर छोडऩे के लिए तैयार हो गया।