डीएपी खाद के उत्पादन में कमी के कारण किसानों तक इसका वितरण सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। राज्य सरकार से प्राप्त निर्देशों की पालना में कृषकों के हित में निर्णय लिया गया कि डीएपी खाद के विकल्प के रूप में एसएसपी एवं एनपीके के उपयोग के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। इस संबंध में राज्य सरकार के निर्देशों की पालना में जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने मंगलवार को विभागीय अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलक्टर ने मेड़ता, कुचेरा व अन्य रबी बुवाई क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए खाद वितरण केन्द्र पर पुलिस जाब्ता तैनात करने के निर्देश दिए हैं। उर्वरकों का वितरण कृषकों में समुचित हो, इसके लिए कृषि विभाग अपने कृषि पर्यवेक्षकों को पाबंद करे, ताकि कृषकों को सही दाम पर उर्वरक उपलब्ध हो सकें। साथ ही इफको, कृभकों आदि उर्वरक सप्लायर्स को भी नागौर जिले में समुचित सप्लायर्स व वितरण के लिए पाबंद किया गया।