नागौरPublished: Sep 13, 2018 06:12:13 pm
Sharad Shukla
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किसानों का धरना जारी
नागौर/खींवसर. अपनी विभिन्न मांगों को लेकर खींवसर उपखण्ड कार्यालय के सामने चल रहा किसानों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। प्रशासन ने गुरुवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों को खींवसर बुलाया है। किसान सभा के कंवराराम गोदारा ने बताया कि गुरुवार को अधिकारियों एवं किसान सभा के पदाधिकारियों के बीच समस्याओं को लेकर चर्चा होगी। किसान सभा के चुनाराम पालीयाल ने बताया कि उनकी मांग खींवसर में कृषि मण्डी खोलने, सहकारी ऋण नए सदस्यों को भी दिया जाए, कृषि क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा घोषित पूरी बिजली दी जाए, घरेलू विद्युत में कटौती बंद की जाने सहित कई जायज मांग रखी है। फिर भी सरकार इसे अनदेखा कर रही हैं। बुधवार को धरने पर अमराराम, रायचंदराम, स्वरूप पालीयाल, रेवन्तराम गोदारा, हनुमानराम, बाबुराम बेनीवाल, आसुराम डूडी, परसाराम, भीयाराम, देरामराम, तिलाराम सोऊ, चंपाराम विश्नोई, उगराराम, चुनाराम, गोविन्दराम सियाग, घनश्याम सुथार आदि मौजूद रहे।
बार एसोसिएशन ने किया समर्थन
अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा खींवसर मुख्यालय पर कृषि मण्डी की मांग व अन्य वाजिब मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन चल रहे धरने को अधिवक्ता संघ ने भी समर्थन दिया है। इस दौरान बुधवार को सभी अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों को स्थगित रखा। अधिवक्ता संघ के मूलसिंह ने बताया कि किसानों की पीड़ा एवं किसान के हितों को देखते हुए धरने को अधिवक्ता संघ खींवसर ने समर्थन दिया है। अधिवक्ता संघ खींवसर द्वारा अखिल भारतीय किसान सभा के समर्थन में बुधवार को अन्य न्यायिक कार्य स्थगित रखे।
मांगें नहीं मानी तो सरपंच करेंगे तालेबन्दी
खींवसर. सरपंच संघ ने 24 सूत्री मांगों को लेकर सुनवाई नहीं होने पर शनिवार से आन्दोलन की चेतावनी दी है। सरपंच संघ अपनी मांगों के सकारात्मक परिणाम नहीं आने पर तालेबन्दी करेगा। खींवसर में सरपंचों ने बुधवार को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर लम्बित मांगों को पूर्ण करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनकी सुनवाई नहीं होने पर वे 18 सितम्बर को जिला मुख्यालय पर होने वाले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के किसान सम्मेलन का बहिष्कार करेंगे। सरपंचों ने कहा कि उनकी 24 सूत्रीय मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने जिला परिषद सीईओ रामनिवास जाट पर आरोप लगाते हुए बताया कि वे द्वेषतापूर्ण भाव से कार्य कर सरपंचों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने मनरेगा व अन्य योजनाओं की स्वीकृतियों पर रोक लगाकर विकास कार्य ठप कर दिए हैं। सरपंचों ने कहा कि उनकी मांगें पूर्ण नहीं होने पर शनिवार से ग्राम पंचायतों के तालेबन्दी करने के साथ 18 सितम्बर को जिला मुख्यालय पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में होने वाले किसान सम्मेलन का बहिष्कार करेंगे।