यह होगी प्रक्रिया
इस योजना के अन्तर्गत अनुदान लेने के लिए किसान को कम से कम 50 पौधे लगाने होंगे। एक पौधे की लागत 70 रुपए मानी है। किसानों को पौधे लगाकर रखरखाव करना होगा। इसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर भौतिक सत्यापन करेगी। इसके बाद अनुदान दिया जाएगा। इन पौधों की एवज में किसान को चार साल में किस्तों में 1400 रुपए का अनुदान मिलेगा।
पौधों के प्रकार
किसान अपने खेतों की सीमा पर आम, जामुन, गुंदा, बिल्व पत्र, लसोड़ा, अमरुद, शहतूत, अनार, आंवला, इमली, नींबू, करोंदा, बेर, बड़, पीपल, सैजना, नीम, करंज, सिरस, कदम्ब, अर्जुन, शीशम, बबूल, रोहिड़ा, सिरसा, सागवान, बांस, पॉपलर, देशी बबूल, खेजड़ी, अरडू सहित अन्य फलदार व फूलदार पौधे लगा सकते है।
ऑनलाइन करना होगा आवेदन
किसानों को योजना में अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उन्हें ई-मित्र पर जाकर योजना में शामिल होने के लिए आवश्यक दस्तावेज देने होंगे। इसमें जमाबंदी, खसरा नम्बर, भामाशाह कार्ड, आधार कार्ड, सिंचाई का स्रोत, मृदा परीक्षण व बचत खाते की कॉपी के साथ आवेदन करना होगा।
इनका कहना
किसान अपने खेत या बगीचे में योजना के तहत किसी भी तरह के पौधे लगा सकता है। इस पर अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए किसान को ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
रेखा कुमावत, उपनिदेशक, कृषि विभाग, कुचामन सिटी