इसके बाद रात को वहां पहुंचकर घर में सो रहे लोगों एवं बाड़े में बंधे मवेशियों के बाल काटकर व रंग लगाकर तांत्रिक विद्या से उन्हें बांधने का प्रयास कर रहे हैं। गंभीर बात यह है कि ग्रामीण इस प्रकार की घटनाएं भूण्डेल, भेड़, भदवासी सहित बीकानेर जिले की सीमा से सटे गांवों में इस प्रकार की घटनाएं घटित होने का दावा कर रहे हैं। सोमवार को डेह के पास मेघवालों की ढाणी किसनपुरा में रहने वाले गणेशराम की पत्नी सुमन के साथ रविवार रात करीब २ बजे इस प्रकार की घटना होने की बात सामने आई। सुमन ने बताया कि रात २ बजे एक महिला आई जिसने दो बकरियों के बाल काट लिए तथा उसका ब्लाउज काटकर ले गई और गले पर रंग लगा दिया। जाग होने पर महिला मौके से भाग छुटी। घटना के बाद गांव में डर का माहौल बना हुआ है।
हो सकती है शरारत गांव में झाड़-फूंक और टोना टोटका कने वालों के चंगुल में ग्रामीण फंस रहे हैं। एेसा भी माना जा रहा है कि यह किसी व्यक्ति की शरारत हो सकती है जो महिलाओं के कपड़े पहनकर लोगों को डराने का काम कर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को इस प्रकार की घटनाओं की तह तक जाकर अफवाह का खुलासा करना चाहिए।
अफवाह पर ध्यान नहीं दें गांवों में टोना-टोटका व बाल काटने की खबरें पूरी तरह अफवाह है। लोगों को चाहिए कि एेसी अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। यदि कहीं कोई घटना होती है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। अब तक पुलिस के पास इस प्रकार की कोई रिपोर्ट नहीं आई है। – परिस देशमुख, एसपी, नागौर