पार्किंग स्थलों का उपयोग क्यों नहीं हो पा रहा
पालिका के सुस्त रवैये व अनदेखी के बाद यहां चिन्हित पार्किंग स्थलों का उपयोग भी नहीं हो पा रहा। जानकारी के अनुसार 27 जुलाई 2015 को तत्कालीन नागौर जिला कलक्टर राजन विशाल ने मोटर वाहन अधिनियम 198 8 की धारा 117 सपठित राजस्थान मोटरयान नियम 1990 के नियम 81 के द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कुछ स्थानों को पार्किंग स्थल घोषित किया था। वर्तमान मे इन पार्किंग स्थलों का उपयोग क्यों नहीं हो पा रहा यह अपने आप मे एक सवाल है। फव्वारा सर्किल नाले के पीछे, गोपाल गौ शाला के सामने नगरपालिका, भारतीय स्टेट बैंक के सामने नगरपालिका की खाली पड़ी जमीन पर, बालिया तिराहा कायमखानी छात्रावास के कौने पर, फव्वारा सर्किल से बांगड़ हॉस्पीटल के चौराहा तक, बच्छराज स्कूल के बाहर दीवार के पास सूपका रोड़ व कुचामन रोड, डॉ. सुरेश हॉस्पीटल के पास जबरेश्वर बालाजी मंदिर के पीछे आदि पर पार्किंग स्थल तय किए गए थे।
मोटरसाइकिल पार्किंग व्यवस्था
इसी क्रम मे फव्वारा सर्किल नाले के पीछे, भगतसिंह सर्किल से सहकारी समिति तक, गोपाल गोशाला के सामने नगरपालिका की खाली जमीन पर, तहसीलदार निवास के पास मिर्धा पार्क की ओर दीवार व नाले के बीच, भारतीय स्टेट बैंक के सामने खाली पड़ी नगरपालिका की जगह पर, कायमखानी छात्रावास के कोने पर, फव्वारा सर्किल से बांगड़ अस्पताल चौराहा तक, न्यायालय परिसर मे अतिरिक्त जिला कलक्टर कार्यालय के उत्तर दिशा मे खाली पड़े स्थान पर, नगरपालिका कार्यालय से महादेव मार्केट की तरफ जाने वाले रास्ते पर मिर्धा पार्क की दीवार के पास 50 फीट तक, बांगड़ हॉस्पीटल के सामने नागौर रोड गेट के दोनो तरफ, बांगड़ हॉस्पीटल गेट रेलवे स्टेशन रोड के दोनो तरफ सफेद पार्किंग लाइन के अंदर मोटरसाइकिल पार्किंग की जगह तय की गई थी।
पुलिस अनुपालना कराने मे विफल
जिला कलक्टर राजन विशाल द्वारा 2015 में वैधानिक रूप से पार्किंग स्थल घोषित किए। उसके बाद 7 डी प्रकरण में नगर पालिका ने मिर्धा स्टेडियम के सामने का नाला हटाया गया। पंचायत समिति उपखण्ड कार्यालय, तहसील कार्यालय व जेल परिसर के सामने स्थित पंसारी पार्क को उस समय के मौजूदा पार्षदों की लिखित सहमति प्राप्त कर पार्किंग क्षेत्र बनाया गया। जिसकी पुलिस अनुपालना कराने में विफल है। नागौरी गेट के मोड़ सहित ऐसे कई स्थान हैं जहां पर दुकानदार 8 से 10 फीट सामान आगे निकालकर रोज अतिक्रमण करते हैं। ऐसे मामलों को नजरअंदाज करना भी समस्या को बढ़ाना है।
-सलीम खान पठान
यातायात व्यवस्था बहुत खराब, पुलिस करे सख्ती
डीडवाना की यातायात व्यवस्था बहुत खराब है। सुधार के लिए डीडवाना यातायात पुलिस को बिना भेदभाव किए गए सख्त कदम उठाना पड़ेगा। इसके लिए सभी सामाजिक संगठनों तथा युवाओं को भी मदद करनी चाहिए। राजस्थान पत्रिका के अभियान से जुड़ते हुए यातायात व्यवस्था मे सुधार के लिए प्रयास करने चाहिएं। लोगों को रास्ते में वाहन खड़ा ना करने के लिए समझाइश व नहीं मानने पर चालान आदि की कारवाई पुलिस द्वारा होनी चाहिए। इसके लिए पुलिस को थोड़ी सख्ती से भी काम लेना होगा। रास्तों से अतिक्रमण हटाने के लिए टीमों का गठन होना चाहिए, बिना किसी भेदभाव के काम हो तो बात बन जाएगी।
-मनीष कुमार शर्मा